रक्सौल।( vor desk )।दोनो देशों के बीच कायम तल्खी के बीच बिहार विधान सभा चुनाव 2020 को शांति व सुरक्षा के माहौल में सम्पन्न कराने को लेकर सोमवार को इंडो नेपाल बॉर्डर मीटिंग का आयोजन हुआ।
यह मीटिंग नेपाल के बारा जिला के दरबार होटल में आयोजित हुई गई।जिसमे बिहार के पूर्वी व पश्चिम चंपारण के प्रशासनिक व सुरक्षा अधिकारी समेत नेपाल के पर्सा ,बारा, रौतहट,नवलपरासी व चितवन जिले के प्रशासनिक व सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।
मीटिंग में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा-सँयुक्त चौकसी,शराब,मादक पदार्थ, हथियार व जाली नोट की तस्करी नियंत्रण, अपराधियो की धर पकड़,समेत विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर गहन चर्चा परिचर्चा हुई।
मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्वी चंपारण के डीएम कपिल शीर्षत अशोक ने बताया कि चुनाव को ले कर तीन दिन बॉर्डर सील रहेगा। किसी भी व्यक्ति की आवाजाही व वाहन परिचालन पूर्णतया बन्द रहेगा।उनसे जब पुछा गया कि बॉर्डर तो मार्च 2020 से ही सील है,तो,उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि सील का मतलब है कि चुनाव के दौरान किसी भी व्यक्ति का अनधिकृत प्रवेश या वाहन परिचालन किसी कीमत पर नही होगा।सख्ती से इसका अनुपालन होगा।
चुनाव को भय मुक्त व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए आपसी सहयोग,सँयुक्त पेट्रोलिंग समेत कोविड नियंत्रण के लिए आपसी सहयोग,समन्वय व पर सहमति बनी है।
उन्होंने कहा कि दोनों ओर के अधिकारी मिल जुल कर आगे बढ़ेंगे और परस्पर सहयोग करते रहेंगे,ऐसा विश्वास है
डीएम श्री अशोक ने यह भी कहा कि बॉर्डर खोलने का मुद्दा मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है।इंडो नेपाल बॉर्डर मीटिंग चुनाव पर केंद्रीत थी।