नेपाल सरकार को उच्च सतर्कता अपनाते हुए भारतीय सीमा को खोलना चाहिए : मेयर विजय सरावगी
रक्सौल।( vor desk )।नेपाल के सबसे बड़े पर्व दशै (दशहरा) व तिहार( दीपावली) के नजदीक आने व सीमावर्ती क्षेत्र के नागरिको व व्यवसायियों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए नेपाल के नागरिक,जन प्रतिनिधि व प्रबुद्धजन बॉर्डर को खोलने की मांग करने लगे हैं।
बीरगंज के मेयर विजय कुमार सरावगी ने प्रस्ताव दिया है कि नेपाल सरकार को उच्च सतर्कता अपनाते हुए भारतीय सीमा को खोलना चाहिए।
विजिट मधेस नेपाल द्वारा तराई के 22 जिलों में पर्यटन प्रवर्धन के लिए भिस्वा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मेयर ने उक्त प्रस्ताव दिया।
मेयर सरावगी ने बीरगंज के होटल मालिकों से अपने जीवन को बचाने के लिए आवश्यक मानदंडों का पालन करने के साथ ही सुरक्षित ढंग से नेपाल-भारत सीमा खोलने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि ‘बीरगंज का पर्यटन व्यवसाय समाप्त हो गया है, बर्बाद हो गया है। करोड़ों रुपये डूबने का खतरा है, ‘उन्होंने कहा,’ बीरगंज नेपाल का प्रवेश द्वार है। यदि बीरगंज-रक्सौल सीमा खोली जाती है, तो इससे न केवल बीरगंज और परसा को फायदा होगा, बल्कि नेपाल के पर्यटन व्यवसाय को भी फायदा होगा।
मौके पर विजिट मधेश के संयोजक ओम प्रकाश सर्राफ ने भी कहा कि बॉर्डर को बहुत लंबे समय तक बन्द नही रखा जाना चाहिए, क्योंकि,इससे सीमा क्षेत्र के लोगों की रोजी रोटी,रिश्ते प्रभावित होने के साथ नेपाल का पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो रहा है।नेपाल के राजस्व को क्षति हो रही है।
वहीं, पर्सा जिला के संघीय समाजवादी फोरम के सांसद प्रदीप यादव ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली को पत्र लिख कर पर्व व व्यवसाय को देखते हुए नेपाल सीमा को खोलने की मांग की है।उन्होंने कहा है कि भारत से आने जाने वाले लोगों की कोरोना जांच के बाद इंट्री दी जानी चाहिए।पिछले छह माह से सीमा बन्द होने से व्यापार व रिश्ते नाते प्रभावित हो रहे हैं।इसका ध्यान रखा जाना चाहिये।
उधर,जनकपुर में नेपाल भारत खुला सीमा सम्वाद समूह के अध्यक्ष राजीव झा के नेतृत्व में एक शिष्ट मंडल ने गुरुवार को जिला प्रशासन के जरिये प्रधान मंत्री को प्रेषित ज्ञापन में बॉर्डर को खोलने की मांग की है।उन्होंने कहा कि बॉर्डर बन्द होने से दोनों ओर के नागरिक परेशान हैं।भारत से नेपाल में आंख का उपचार कराने आने वाले मरीजो को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बता दें कि पिछले 24 मार्च से बॉर्डर बन्द है।इससे सीमा क्षेत्र के लोग परेशान हैं।इस बीच भारत- नेपाल सीमा के कैलाली स्थित धनगढ़ी -गौरी फंटा बॉर्डर को 30 सितम्बर से सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक के लिए प्रतिदिन खोल दिया गया है।