नई दिल्ली/पटना।( vor desk )।बिहार विधानसभा चुनाव: 2020 की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पूरा चुनाव तीन चरणों में होगा। पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में वोट पड़ेंगे और तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पहले चरण का 28 अक्टूबर, दूसरे चरण का तीन नवंबर और तीसरे चरण का मतदान सात नवंबर को होगा। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
कुल 243 सीटों के लिए 7.79 करोड़ मतदाता
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए इस बार 7.79 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें से 38 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2015 में प्रदेश में 6.68 करोड़ मतदाता थे। करीब 56 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
- कब कब होगा चुनाव
पहला चरण (28 अक्टूबर) इन जिलों की 71 सीटों के करीब 31 हजार मतदान केंद्रों पर होगा मतदान
दूसरा चरण (तीन नवम्बर)- इन जिलों की 94 सीटों के लिए करीब 42 हजार मतदान केंद्रों पर पड़ेंगे वोट
तीसरा चरण (सात नवम्बर)- इन जिलों की 78 सीटों के लिए करीब 33.5 हजार मतदान केंद्रों पर वोट पड़ेंगे-
- कोरोना गाइड लाइन का होगा अनुपालन
चुनाव आयोग ने इस बार कोरोनाकाल के मद्देनजर पूरी चुनाव प्रक्रिया कराने की गाइडलाइंस जारी की हैं।
बता दें कि कोरोनावायरस महामारी के बीच देश में यह पहला राज्य चुनाव होगा। बिहार में 243 सदस्यीय मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग के प्रमुख सुनील अरोड़ा ने बताया कि जो लोग क्वारैंटाइन होंगे, उन्हें दिन के आखिरी घंटे में ही मतदान करने का मौका मिलेगा। नोडल स्वास्थ्य अफसर को भी जिले में नियुक्त किया जाएगा। मतदान के समय को एक घंटे बढ़ाया गया है। अब यह सुबह 7 बजे से 6 बजे तक चलेगा। नॉमिनेशन फॉर्म ऑनलाइन भरा जा सकेगा और इसका प्रिंटआउट आयोग तक पहुंचाना होगा। नामांकन भरने वाले के साथ सिर्फ दो ही लोग जा सकेंगे। दरवाजे पर प्रचार के लिए जाने वाले लोगों की संख्या 5 से ज्यादा नहीं होगी।
बिहार चुनाव में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथे कार्यकाल के लिए भाजपा और एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव में उतरेंगे, वहीं विपक्षी राजद इस बार सजा काट रहे पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उन्हें चुनौती देगी। कांग्रेस का भी राजद के साथ चुनाव लड़ना तय है, हालांकि दोनों के बीच ही सीट बंटवारे पर चर्चा नहीं हुई है।
बता दें कि 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में लड़ा था। हालांकि, लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद महज दो साल के अंदर ही उन्होंने गठबंधन से किनारा कर लिया और भाजपा के साथ गठबंधन में सामिल हो गए।