Thursday, May 9

भारत विकास परिषद की रक्सौल इकाई ने मनायी प्रथम राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सूरज प्रकाश की 103वीं जयन्ती


रक्सौल ।(vor desk)।भारत विकास परिषद रक्सौल द्वारा परिषद के प्रथम राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. सूरज प्रकाश की 103वीं जयन्ती समारोहपूर्वक मनायी गयी ।शहर के पटेल पथ स्थित गणपति कॉम्प्लेक्स में आयोजित जयन्ती समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर वन्दे मातरम् गायन के साथ भारत माता एवं डॉ. सूरज प्रकाश जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर केक काटकर की गयी ।तत्पश्चात परिषद के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सिंह उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ. सूरज प्रकाश के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए इस बात को रेखांकित किया कि उनका समूचा जीवन मानवता को समर्पित था तभी तो जीवन के अंतिम पड़ाव तक उन्होंने परिषद के माध्यम से अपनी सेवा कार्य को किसी न किसी रूप से जारी रखा जो हम सबों के लिए प्रेरणादायी है ।परिषद के उपाध्यक्ष विजय कुमार साह ने इस बात को रेखांकित किया कि हम सभी सदस्यों के लिए भारत विकास परिषद एक संस्था भी है और आन्दोलन भी ।यह सम्पर्क , सहयोग, संस्कार , सेवा एवं समर्पण के मूलमंत्र को आत्मसात कर प्रेरणादायी व्यक्तित्व आदरणीय डॉ. सूरजप्रकाश जी की स्मृतियों के आलोक मे परिषद मानव सेवा व राष्ट्र सेवा के लिए सतत् संकल्पित हैं ।वहीं परिषद के सक्रिय सदस्य गोपाल सर्राफ ने अपने उद्बोधन में डॉ.सूरज प्रकाश की जीवनी पर तथा उनके पदचिन्हों के आलोक में बीते एक वर्ष में रक्सौल नगर एवं इसके इर्दगिर्द ग्रामीण इलाकों में परिषद द्वारा संपादित कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला ।परिषद के धर्मनाथ प्रसाद ने कहा कि डॉ. सूरज प्रकाश के बारे में कुछ भी कहना सूरज को दीये दिखाने के समान है ।उन्होंने यह भी कहा कि अविभाजित भारत के पंजाब में जन्में डॉ. साहब ने विभाजन के दर्द को भी झेला था तथा उन्होंने पीड़ित परिवारों को सहायता तथा उनके पुनर्वास में उनके महती योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है ।वहीं पर्यावरण संयोजक प्रशांत कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि सन् 1963 में स्वामी विवेकानंद की जन्म शताब्दी वर्ष जब भारत विकास परिषद अस्तित्व में आया तो इन्होंने महामंत्री की महती जिम्मेदारी सम्भाली ।वे एक सफल स्वप्नदर्शी थे तथा उन्हीं के महती प्रयास से भारत विकास परिषद एक विशाल वट वृक्ष के रूप में समूचे देश में सेवा कार्य में कार्यरत है ।आज उनकी 103वीं जयंती समारोह के मौके पर हम सभी उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए उनके पदचिह्नों का अनुशरण करते हुए राष्ट्र हित एवं मानव सेवा में हमेशा संलग्न रहें तो यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।इस मौके पर परिषद के सेवा संयोजक योगेन्द्र प्रसाद ने कहा कि डॉ. सूरजप्रकाश के विराट व्यक्तित्व के आलोक में रक्सौल शाखा सतत् जनसेवा एवं राष्ट्र सेवा के लिए कृतसंकल्पित है ! अंत में कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ ।इस मौके पर परिषद के मीडिया प्रभारी रजनीश प्रियदर्शी धर्मनाथ प्रसाद ,सुनील कुमार , द्वारिका सर्राफ, विनोद रौनियार , दिनेश प्रसाद, सुधीर कुमार , संदीप कुमार , मनोज शर्मा ,चैतन्य सर्राफ एवं आदित्य सर्राफ समेत परिषद के कई सदस्य उपस्थित रहे ।इसकी जानकारी परिषद के मीडिया प्रभारी रजनीश प्रियदर्शी ने दी है ।

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