रक्सौल।(vor desk )।देश व्यापी भारत बंद रक्सौल में भी पूर्णतः सफल रहा।यदि सरकार ने बहुजन समाज के हितों के खिलाफ कारवाई बन्द नही किया,तो, व्यापक आंदोलन होगा।उक्त बातें अम्बेडकर ज्ञान मंच के अध्यक्ष मथुरा राम ने कही।इस क्रम में भारत बन्द समर्थकों ने देश के विश्वविद्यालयों में लागू 13 प्वाइंट रोस्टर,अनुसूचित जनजातियों जल,जंगल व जमीन से बेदखल करने,संविधान में छेड़छाड़ कर असंवैधानिक सवर्ण आरक्षण,संख्यानुपाती आरक्षण लागू नही करने,एससी-एसटी,ओबोसी व अल्पसंख्यकों के खिलाफ जातिय व सांप्रदायिक तनाव आदि के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।बन्द के क्रम में काठमांडू दिल्ली राज मार्ग संख्या 28 ए घण्टो अवरुद्ध रहा।पुलिस प्रशासन मुस्तैद रही।
बन्द का आयोजन अम्बेडकर ज्ञान मंच,रक्सौल के तत्वावधान में किया गया।बन्द का समर्थन स्थानीय राजद,रालोसपा,कांग्रेस आदि ने भी किया।इस मौके पर शहर के अम्बेडकर चौक स्थित संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुरू किया गया।बन्द समर्थकों ने शहर के मुख्य पथ को अम्बेडकर चौक पर घंटों जाम रखा गया।जाम के दौरान सैकड़ों वाहनों का काफिला लगा रहा।बन्द समर्थक स्कूली वाहनों,एम्बुलेंस व आपातकालीन सेवा को सुचारू रखे थे।सुबह 8 बजे से ही सैकड़ो की संख्या में बंद समर्थकों का हुजूम उक्त चौराहे पर इकट्ठा होने लगा और देखते-ही देखते हजारों की तादात दिल्ली-काठमांडू राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया।इस मौके पर बन्द समर्थकों व उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रामबाबू यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें दलितों-पिछडो व अल्पसंख्यकों के हकों की हकमारी कर रही है।जब महज कुछ दिनों में ही संविधान में छेड़छाड़ करके सवर्णो को आरक्षण दिया जा सकता है तो फिर 13 प्वाइंट रोस्टर कानून को समाप्त करने व आदिवासियों को बेघर करने से बचाने के लिए सरकार अध्यादेश क्यों नही लाती।मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से देश तबाह है।शहीदों की शहादत को चुनाव में भुनाने की पीएम की कोशिश कभी कामयाब नही होगी।राजद के रवि मस्करा ने कहा कि डपोरशंखी नीतीश-मोदी सरकार देश मे अराजकता,जातीय व संप्रदायिक तनाव का माहौल कायम कर जनता को बरगला रही है।संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त कर दलितों-अति पिछड़े,पिछड़े,महिलाओं व अल्पसंख्यकों के हकों की हकमारी कर रही है ।अगर 13 प्वाइंट रोस्टर के समाप्ति,आदिवासियों के स्थायी निवास की गारंटी के लिए अबिलम्ब अध्यादेश नही लाती है तो इसका बुरा सबक आगामी चुनाव में जनता सिखाएगी।सैफुल आजम ने कहा कि देश में गरीबों-शोषितों के आवाज को दबानेवाली एनडीए सरकार को जनता माकूल जबाब देगी।रालोसपा के नेता सुनील कुमार कुशवाहा ने भी दलितों,आदिवासियों,अपसंख्यकों व पिछड़े वर्गों के अधिकारों पर हमला करनेवाली मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना जरूरी है।इधर,अम्बेडकर ज्ञान मंच के अध्यक्ष मथुरा राम ने कहा कि 13 प्वाइंट रोस्टर,सवर्ण आरक्षण,आदिवासियों को जंगल से बेदखल करने की साजिश करने व बढ़ती बेरोजगारी को रोकने में विफल केंद्र व राज्य सरकारों ने सत्ता में रहने का अधिकार खो दिया है।अब बहुजन समाज के लोग ऐसे समाज विरोधी नेताओं को आगामी चुनाव में जमकर सबक सिखाएंगे।अभी तो यह अंगड़ाई है अगर इसके बाद भी सरकार नही संभली तो बहुजन समाज के लोग ईंट-से -ईंट बजा देंगे।मंच के चन्द्रकिशोर पाल ने भी देश की डपोरशंखी सरकारों को बहुजन हित की अनदेखी करने काफी महंगे साबित होंगे।अगर इसी तरह बहुजन समाज के युवा बेरोजगारों को सड़क पर उतरने के लिए बाध्य कर दिया तो इसे संभलना किसी के बूते की बात नही होगी।अगर सांविधान संशोधन करके सवर्णो को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जा सकता है तो 52 प्रतिशत पिछडो को संख्यानुपाती आरक्षण क्यों नही दिया जा सकता।आर्थिक आरक्षण की तरह देश के नीजी सेक्टर व न्यायपालिका में भी संख्यानुपाती आरक्षण लागू किये जाने की जरूरत बताई।कार्यक्रम को प्रेमचन्द्र कुशवाहा,मो.आबिद, शाहजहाँ अंसारी,रविन्द्र कुमार,टी.सी.राम,श्रीमती पी.कुमारी,रूदल राम चमार,गौतम कुमार राम,प्रकाश कुमार,संजय कुमार,कृष्णा राम,सुनील कुमार कुशवाहा,नंदलाल कुमार,दिनेश राम आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर सरकार विरोधी नारे लगाए।मौके पर फखरुद्दीन आलम,राज शर्मा,नुरुल हसन,तबरेज आलम,मो.नसीर आलम,सौरंजन यादव,सिंघासन राम,बृजेश्वर कुमार राम,रवि शंकर राम,रामप्रवेश कुमार,मुकूल आनंद,संजय यादव,शिवम साह, नवीन यादव,संजीत यादव आदि शामिल रहे।