रक्सौल।( vor desk )।लगातार बारिश व नदियों के कटाव के कारण रक्सौल प्रखंड के हरदिया गांव के ग्रामीणों के बीच खौफ है।नदियों के कटाव के खतरे से चैन छीन गई है।
बताया गया है कि हरदिया कोठी गांव में विगत दिनों तीन नदियों बंगरी-सरिसवा-मंगरहिया में बाढ़ की वजह से भयावह कटाव को रोकने हेतु जलसंसाधन विभाग के द्वारा निविदा जारी की गई थी।जिसके तहत कटाव निरोधी कार्य शुरू हो गया था।लेकिन,अचानक संवेदक कार्य अधूरा छोड़ कर लापता हो गया।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि लापरवाह संवेदक द्वारा आनन फानन में घोर लापरवाही बरतते हुए बिना सुरक्षा व्यवस्था के ग्रामीण मजदूरों से कटाव-रोधी कार्य कराया गया।इस दौरान अपने घर का एकलौता पुत्र मजदूर लक्ष्मी प्रसाद चौरसिया की आकस्मिक मृत्यु नदी में कटावरोधी कार्य करने के दरम्यान नदी के तेज बहाव में दिनांक 30 जुलाई को डुबने से हो गई।तब से ही स्थानीय ग्रामीणों में भय एवं दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन की तत्परता से एनडीआरएफ की टीम ने घटना के दूसरे दिन 31 जुलाई को काफी कोशिश के बाद डुबे मजदूर लक्ष्मी प्रसाद चौरसिया के शव को बरामद किया। परन्तु अभी तक पीड़ित परिजन को राहत के नाम पर किसी सरकारी विभाग या संवेदक ने कोई सहायता नही प्रदान की।
वहीं,घटना के बाद से ही कटावरोधी कार्य करने वाले संवेदक उक्त संवेदनशील कटाव निरोधी कार्य को छोड़ कर लापता हैं। मदद के नाम पर कुछ स्वंयसेवी संस्थाओं ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर सहायता देने का आश्वासन दिया है।लेकिन,मजदूर के परिजन इस स्थिति से आहत हैं।
इस बीच
पुनःमंगलवार से हो रहे लगातार वारिस के कारण फिर से उपरोक्त नदियों में जलस्तर अपनी चरम सीमा से उपर भयावह रूप में है। कटाव जारी है। जिससे हरदिया ग्रामवासी दहशतज़दा रहते हुए रातभर बिना खाए-पिए जग कर खौफ में रहने को मजबुर हैं। हरदिया ग्रामवासियों ने अविलंब इस कटाव को रोकने के लिए संबंधित विभाग तथा जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट भी कराया है।
भाजपा नेता शम्भू चौरसिया का कहना है कि यदि कटाव निरोधी कार्य अविलम्ब शुरू नही हुआ,तो,बाढ़ के प्रकोप से जनजीवन प्रभावित हो जाएगा।
इधर,सीओ विजय कुमार कहना है कि मुआवजा की प्रक्रिया चल रही है।कटाव निरोधी कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।