रक्सौल।( vor desk )।भारत देश एक कृषि प्रधान देश है और हमारे देश के युवा कृषक खासकर कृषि के ऊपर ही निर्भर है । लेकिन आजकल हमारे देश मे खेतीबारी में ज्यादा मात्रा में रसायनिक खाद के इस्तेमाल के कारण हमारी खेती की उर्वराशक्ति का दिन प्रतिदिन ह्रास हो रहा है और इस वजह से हम प्रतिदिन तरह तरह के बीमारियों का शिकार होते जा रहे है। जिसका प्रमुख कारण रसायनिक खाद का इस्तेमाल और नए तकनीक से खेती करने की गुणवत्ता का अभाव होना है ।इस प्रकार रसायनिक खाद के चलते आने वाले समय मे कृषि से संबंधित समस्याओं को देखते हुए रक्सौल के कृषि बिभाग एवं आशीष परियोजना डंकन अस्पताल (रक्सौल )के द्वारा रक्सौल ब्लॉक के किसानों को नई विधि ( श्री विधि) से किसानों को खेती करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्हे यह जानकारी और तकनीकी सिख दी गई कि श्रीविधि से खेती करने में लागत कम और उपज तीन गुना बढ़ोतरी होगा । इस तरह किसानों को इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा किसानों को नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया ।मौके पर किसानों ने संकल्प लिया कि हम लोग भी जैविक खाद का उपयोग करके नई तकनीक से खेती करेंगे और अपने मिट्टी को हरा भरा बनाकर उपज तीन गुना करेंगे । इसी प्रयास के साथ कृषि बिभाग रक्सौल और आशीष प्रोजेक्ट डंकन अस्पताल रक्सौल के सहयोग से हरनाही और भेलाही पंचायत के किसानों के बीच श्रीविधि से खेती कराया गया । बताया जाता है कि इस बिधि से खेती करने पर बिछड़ा , उर्वरक एवं अन्य लागत भी कम लगता है और उपज बहुत ज्यादा होती है । नई तकनीक से खेती कराने उधेश्य किसानों के बीच कृषि के नये तकनीक को विकसित करना है साथ ही साथ धीरे धीरे रसायनिक खाद का बहिष्कार कर जैविक खाद का उपयोग करना और तकनीक से किसानों को खेती कराना था ताकि उपज पहले से ज्यादा हो औऱ उनकी उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो और कृषि के नये गुणवत्ता का विकाश हो । मौके पर कृषि विभाग के अधिकारियों समेत मधु सिंह,किसान भिखारी राम,हरिश्चन्द्र राम एवं अन्य किसान उपस्थित थे।