रक्सौल।(vor desk)।स्वामी विवेकानन्द एक आध्यात्मिक क्रांतिकारी एवं युगद्रष्टा थे। वे भारत को युवाओं का देश मानते थे एवं आध्यात्मिक चेतना को सामाजिक चेतना के साथ जोड़ना चाहते थे। समारोह को संबोधित करते हुए दल के अध्यक्ष सुमित गुप्ता ने कहा वे हर भारतीय को एक पूर्ण एवं शक्तिशाली मनुष्य के रूप में देखना चाहते थे। उक्त बातें स्थानीय संत पॉल कोचिंग कैम्पस में आयोजित जयंती समारोह में वक्ताओं ने कही। उस अवसर पर सभी उपस्थित युवाओं और शिक्षकों ने पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया। उसके पूर्व स्वामी जी की झांकी एवं चित्र के साथ झांकी निकाली गयी जो कालि नगरी रोड से निकल कर संत पॉल कोचिंग कैम्पस में समाप्त हुई। जहाँ उनकी जयंती मनाई गई ।स्वामी विवेकनन्द जयंती कार्यक्रम का नेतृत्व दल के प्रमुख सदस्य नीरज कुशवाहा,अनमोल तिवारी कर रहे थे ।वहीँ दल के संरक्षक प्रो० डी.के श्रीवास्तव ने कहा कि आज की वर्तमान पीढ़ी के सामने स्वामी जैसा कोई व्यक्ति नहीं है जो प्रेरित कर सके। दल के संरक्षक राजू गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवकों के प्रेरणाश्रोत एवं आदर्श है ,उनकी जीवनी आज भी प्रासंगिक है।सैमुअल पॉल ने कहा कि कम आयु में विदेश जाकर उस वक्त पताका फहराया जब देश गुलाम था ।उन्होंने सरकार से सभी महाविद्यालयों ,हाई स्कूल में अनिवार्य रूप से विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं को युवा दिवस पर आयोजित करने की मांग की। दल के महासचिव संतोष कुमार ने पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने स्वामी के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में घोषित किया ।प्रवक्ता चंद्रभुषण गुप्ता ने कहा की देश या बिदेशो में युवाओं को जो सम्मान मिलता है वह स्वामी जी की ही देन है।दल के कार्यकर्त्ता सर्व श्री अरुण कुमार,राज वर्मा ,चन्दन कुमार ,ऋषि कुमार ,संदीप कुमार ,राहुल कुमार ,अलोक कुमार ,प्रकाश श्रीवास्तव ,आनंद तिवारी, राज वर्मा, राज गुप्ता,रितेश गिरी,विशाल कुमार,सजन कुमार, मंदीप कुमार ,रोहित कुमार,विवेक कुमार,रोहित तिवारी,चंद्रमोहन तिवारी, रितेश पाण्डेय, मनीष कुमार ,राजकिशोर कुमार आदि प्रमुख भूमिका में थे ।सबों ने सभा को संबोधित किया।इस कार्यक्रम में सोनी ठाकुर , सोनी कुमारी , निधि कुमारी , शमीना कुमारी सक्रिय रही।