- दो दिनों में रक्सौल से दो कोरोना सन्दिग्ध को जांच हेतु पीएचसी ने किया बेतिया मेडिकल कॉलेज रेफर
- एसडीओ अमित ने कालाबाजारी की शिकायत पर घूम घूम कर चेताया,जारी की खुदरा व थोक समान की बिक्री दर
- मेडिकल टीम ने गावँ गावँ पहुच कर किया प्रवासियों की जांच,दो सौ लोगो को क्वरेण्टाइन में रहने का दिया निर्देश
- रक्सौल के हरदिया में कोलकाता जा रहे 11 मजदूरों को लोगों ने घेरा,जांच के बाद रखा गया क्वरेंटाइन में
लॉक डाउन के बीच रक्सौल में उड़ रही धज्जियाँ, प्रशासन के सक्रिय होते ही बदल जाता है नजारा!
रक्सौल।(vor desk।कोरोना वायरस संक्रमण रोक थाम को ले कर बिहार सरकार द्वारा जारी लॉक डाउन के तीसरे व पीएम मोदी के देश व्यापी लॉक डाउन के पहले दिन लोग घरों में रहे।लेकिन,लॉक डाउन का नजारा लेने और बेवजह सड़क पर घूमने व गप्प लगाने वालों की कमी नही रही।मुहल्लो में और बुरी स्थिति रही।बच्चे भी घूमते नजर आए।
लॉक डाउन को ले कर प्रशासन सख्त रही।जब रक्सौल पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुँचते हैं,तो लोग घरों में घुस जाते हैं।जाते ही स्थिति यथावत हो जाती है।पुलिस ने कई लोगों को फटकार लगाई और लाठियां भी चटकाई।लेकिन,लोग बाज नही आ रहे।
सब्जी बाजार व चावल बजार में कोरोना गाइड लाइंस की धज्जियां खूब उड़ी।जमघट लगी रही।दुकानदार न मास्क पहन रहे हैं।न सब्जी -फल को ढक कर रख रहे हैं।न बाजार में साफ सफाई का ध्यान है।सोशल डिस्टेंस बनाने के नियमो की अवेहलना हो रही है।
इधर,रक्सौल प्रशासन कालाबाजारी की सूचना पर सक्रिय रही।एसडीओ अमित कुमार ने आवश्यक वस्तुओं की थोक व खुदरा समानों की बिक्री की सूची जारी कर दी।वहीं,घूम घूम कर दुकानदारों को चेताया।
उधर,रक्सौल पीएचसी की पांच मेडिकल टीम ने प्रखण्ड के 13 पंचायतों के गावँ गावँ में पहुच कर स्क्रिनिंग व जांच की।बताया गया कि प्रदेश व जिला के बाहर से आये लोगों की स्क्रिनिंग की गई।और करीब दो सौ लोगों को क्वरेनटाइन में रहने का निर्देश दिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक,नोनेयाडीह में 15,परसौना तपसी में 18,पुरन्द्रा में 34,लौकरिया में 76 ,पलनवा जगधर में 29 ,जोकियारी में 41,हरैया में 7,भेलाही में 43,धनगढ़वा कौड़िहार में 58 लोगों की स्क्रिनिग व कवरेण्टाइन किया गया।इसी तरह बुधवार की देर सन्ध्या तक मेडिकल टीम क्षेत्रो में कार्यरत रही।इस दौरान जागरूकता अभियान भी चलाया गया।जिसमें स्थानीय मुखिया, पँचायत समिति सदस्य,सरपंच,वार्ड पार्षद आदि उपस्थित रहे।
ग्यारह क्वरेंटाइन में:रक्सौल से कोलकत्ता के लिए पैदल निकल पड़े 11 मजदूरों को ग्रामीणों ने घेर लिया।बाद में पीएचसी की मेडिकल टीम ने स्क्रिनिंग व जांच की।जो निगेटिव पाए गए।बाद में स्थानीय मुखिया के सहयोग से उन्हें 14 दिनों तक के लिए क्वरेंटाइन कर दिया गया।
एक रेफर:कोरोना संक्रमण की जांच का नाम सुनते ही लोग भाग खड़े हो रहे हैं।पिछले दो दिनों में दो लोगो को जांच के लिए रेफर किया गया है।वहीं,अप्रवासी लोगों के घर लौटने से शहर से ले कर गांव तक के लोग दहशत में दिख रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक,मंगलवार की सुबह बड़ा परेउवा से एक को रेफर किया गया।वहीं शाम में आदापुर प्रखण्ड के माघी बरवा गावँ के 70 वर्षीय एक बुजुर्ग को उपचार के लिए मंगलवार की शाम डंकन होस्पिटल लाया गया।सर्दी,बुखार की शिकायत थी।लेकिन, ट्रेवल हिस्ट्री व कॉन्टेक्ट हिस्ट्री लेने के बाद जांच की बात कही गई।सूत्रों ने बताया कि इसके बाद वह बुजुर्ग लापता हो गए।जिसके बाद हड़कम्प मच गया।पीएचसी सूत्रों ने बताया कि एम्बुलेन्स से घण्टो ट्रेकिंग की गई।उसके बाद उसे समझा बुझा कर बेतिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
एसडीओ ने दी चेतावनी:रक्सौल एसडीओ अमित कुमार ने रक्सौल के सब्जी बाजार आदि क्षेत्रों में घूम कर चेताया कि यदि कालाबाजारी की शिकायत मिली,तो कार्रवाई होगी।उन्होंने लॉक डाउन के अवज्ञा को ले कर दर्जनों लोगों को फटकार भी लगाई।इस बीच ,एसएसबी जवान भी रक्सौल बाजार व काठमांडू-दिल्ली राजमार्ग पर गश्त लगाते और लोगो को चेतावनी देते दिखे।उधर,आदापुर के भवानीपुर के मनगुरहा में नवरात्र पर सातो माई पूजा के लिए कलश यात्रा निकाली गई।जब प्रशासन को सूचना मिली,तो सख्ती दिखाई और चेतावनी दी।इधर,रक्सौल बॉर्डर पर सन्नाटा रहा।सीमा सील रहने व नेपाल के लॉक डाउन होने से व्यापी प्रभाव दिखा।