Friday, November 22

प्रोपर्टी डीलर नरेश अग्रवाल की दरभंगा के हायाघाट रेल ट्रैक पर मिली लाश, अटकलें तेज


रक्सौल।(vor desk )।सीमावर्ती शहर रक्सौल के आकर्षण गली स्थित आधुनिक ड्रेसेज प्रतिष्ठान के संचालक हनुमान अग्रवाल के अनुज नरेश अग्रवाल के मौत की खबर से सनसनी फैल गई है। सोमवार के अहले सुबह इस चर्चा के सरेआम होते ही अटकलें तेज हो गई कि आखिर मामला क्या है।बताया गया है कि मृतक नरेश अग्रवाल प्रोपर्टी डीलिंग के कारोबार से भी जुड़े थे।अचानक उनके मौत की खबर के बाद अटकलों का बाजार गर्म है।इस बाबत हनुमान अग्रवाल ने बताया कि एक दिन पूर्व यानी 22 दिसंबर को करीब साढ़े बजे सुबह दिनचर्या के तहत नरेश घर से मंदिर के लिए निकले थे।उसी के बाद से वे लापता थे। जब काफी देर हुआ और वे घर नहीं लौटे तो रविवार को ही सुबह करीब साढ़े नौ बजे मोबाइल पर कॉल किया गया। उनका मोबाइल बंद पाया गया ।तभी से परिजन परेशान हो गए।परिवार के लोगों ने यह समझा कि कही मोबाइल डिस्चार्ज हो गया होगा। या बीरगंज चले गए होंगे। लेकिन,रात तक कोई खबर नही मिलने से परिजन रोने धोने लगे।घर मे उनके भाई के अलावे उनकी बुजर्ग मां व पत्नी के साथ बच्चे व भतीजा भतीजी हैं। देर रात होने पर परिजन अपने मित्र और रिश्तेदारों के घर फोन कर जानकारी लेने का प्रयास किया। इसी बीच सुबह में ब्लॉक रोड स्थित युशु लॉज की मालकिन ने जब किसी आवश्यक कार्य के लिए फोन किया। तब वह फोन दरभंगा हायाघाट पुलिस ने उठाया और फोन पर आवश्यक जानकारी ली। तब बताया की उनका एक्सीडेंट हो गया है।इसी बीच एक स्थानीय युवक के मोबाइल पर भी इस बाबत पुलिस तफ्तीश हुई।और व्हाट्सएप पर रक्त रंजित फ़ोटो वायरल होने लगी।इस तरह मृतक नरेश की पत्नी को इसकी सूचना मिली।हनुमान अग्रवाल और उनके रिश्तेदारों को पुलिस ने फ़ोटो और उनके पास से मिले बिजली के बिल के आधार पर सत्यापन के बाद बताया दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के हायाघाट क्षेत्र से रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत शव मिला है।इसके बाद परिजन दरभंगा कूच कर गए।हालांकि,देर रात तक शव नही आ सका था।
इधर,घटना के बाद शहर में आक्रोश और दहशत है।युवा व्यवसायी के मौत के बाद शहर के लोगों में चर्चा और तरह तरह की अटकलें चल रही है ।सवाल उठ रहे है कि नरेश की हत्या हुई है या उसने आत्महत्या की है या फिर उनकी मौत दुर्घटना में हो गई है। इसका जवाब नही मिल पा रहा। चर्चा है कि मामला लेन-देन का है या जमीन कारोबार से जुड़ा है। जिसे अज्ञात लोगों ने अपहरण कर हत्या कर दिया है। जबकि परिवार के लोगों का कहना है कि नरेश अग्रवाल का किसी से कोई लेन-देन या विवाद नहीं था। फिर यह सब कैसे हो गया। समझ में नहीं आ रहा है। नरेश के शरीर पर काफी चोट के निशान है। फिलहाल जो भी हो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट हो जाएगा की हत्या है कि दुर्घटना। सीसीटीवी फुटेज से हो सकता खुलासा परिवार के लोगों को उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच हो तो बहुत कुछ साफ हो सकता है। अग्रज हनुमान अग्रवाल ने बताया कि रक्सौल स्टेशन, इंडियन ऑयल और स्थानीय थाना के सीसीटीवी फुटेज की जांच से कुछ जानकारी मिल सकती है। मेरे भाई के साथ कौन-कौन लोग रक्सौल स्टेशन गए। या फिर अपराधियों ने मेरे भाई का अपहरण कर सड़क मार्ग से तो नहीं ले गए है। इसके अलावा उसके मोबाइल के कॉल डिटेल से भी बहुत कुछ पता चल सकता है।

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