अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों की आधिकारिक संख्या 10 पहुँची,अधिकारियों की नींद उड़ी
रक्सौल।( vor desk )।रक्सौल में अज्ञात बीमारी के कहर से 10 मासूम बच्चों की सिलसिलेवार मौत हो गयी है।इस बीमारी ने शहर में कोहराम मचा दिया है।बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने में अभी तक स्वास्थ महकमा विफल साबित हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक,मरने वाले बच्चों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।बुधवार को रक्सौल के सुंदरपुर में महम्मद राहुल व तमन्ना का चार माह का नवजात शिशु रमजान बाबू की मौत हो गई।बताया गया कि बीती रात शिशु को दूध पिला कर सुलाया गया।सुबह मौत हो गई।वह न्यूमोनिया से ग्रस्त था।बीरगंज के नारायणी उप क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज हुआ था।जिससे वह ठीक था।इसी बीच मौत की घटना से पूरा परिवार रो रो कर बेहाल हो गया।इससे पहले सोमवार को भी शहर के पश्चिमी छोर स्थित बड़ा परेउवा मुहल्ले में फिर एक शिशु की मौत हो गई है।वहीं,पिछले बुधवार को भी परेउवा में ही जंग बहादुर प्रसाद के पुत्र आकाश कुमार की मौत हो गई थी। इस तरह मरने वाले बच्चों की कुल संख्या 10 पहुच गई।स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम मौत के कारण खोजने में अब तक विफल है।शहर के परेउवा वार्ड नम्बर एक निवासी सोएब अख्तर के चार माह की नतिनी अंसारा खातून की सोमवार की सुबह मौत हो गई थी।अंसारा खातून पश्चिम चंपारण के राम नगर के बरगदवा निवासी सद्दाम हुसैन व नूरजहां की बेटी थी।उनकी यह प्रथम पुत्री थी।इधर सूचना मिलते ही पीएचसी प्रभारी डॉ0 शरत चन्द्र शर्मा ने मेडिकल टीम डॉ सुल्तान के नेतृत्व में सुंदर पुर भेज कर मामले की जांच कराई।परेउवा में मौत के घटना की जांच डॉ 0 राजेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में हुई थी।परिजनों ने लाख कोशिश के बावजूद शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजने के लिए राजी नही हुए। इधर,लगातार मौत से दहशत व्याप्त है।तरह तरह की अटकलें कायम है।अब तक नगर के वार्ड 1,4,7,8 व 9 में पिछले एक पखवाड़े में बुधवार तक कुल 10 मौत होने की पुष्टि हो चुकी है।अब तक छह मेडिकल टीम जांच कर चुकी है।रविवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर डीआईओ अनिल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बेतिया मेडिकल कॉलेज व रक्सौल पीएचसी की सँयुक्त टीम ने जांच किया था।मंगलवार को सिविल सर्जन ने भी रक्सौल में समीक्षा बैठक की थी।अगले दिन ही बच्चे की मौत से हकम्प मच गया।पीएचसी प्रभारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि जांच की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।नगर में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया है।ईधर,बताया गया कि बेतिया मेडिकल कॉलेज की टीम की जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को प्रेषित की जा रही है।