रक्सौल।(vor desk )।शहर के बॉर्डर किंग होटल में शनिवार को अम्बेडकर ज्ञान मंच,रक्सौल का प्रथम स्थापना दिवस काफी धूमधाम से समारोह पूर्वक मनाया गया।इस समारोह को संबोधित करते हुए मंच के संस्थापक मुनेश राम ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य है समता, स्वतंत्रता,न्याय-बन्धुता पर आधारित नशामुक्त व स्वच्छ समाज की स्थापना,जिस उद्देश्य की पूर्ति हमारा राष्ट्रीय ग्रंथ भारतीय संविधान में निहित है।उन्होंने कहा कि समाज के अभिवंचित वर्गों विशेषकर बहुजन समाज के शैक्षणिक,सामाजिक,सांस्कृतिक व राजनैतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सामाजिक एकजुटता की जरूरत है।इसके लिए सरकारी व नीजी क्षेत्रो के साथ न्यायपालिका में भी संख्यानुपाती भागीदारी हम लेकर रहेंगे।मंच के सदस्य नगर पार्षद प्रेमचन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हमें धार्मिक ग्रंथों की बजाय भारतीय संविधान को ही राष्ट्रीय ग्रंथ के रूप में प्रत्येक घरों में रखने की जरूरत है क्योंकि हमारा देश किसी धार्मिक ग्रन्थों से नही बल्कि भारतीय संविधान से संचालित होता है,जिसमें सभी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित है।शहर के प्रमुख समाजसेवी मो.नुरुल्लाह ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करके ही हम अपने देश व समाज की रक्षा कर सकते है।समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों का विकास ही मंच का उद्देश्य होना चाहिए,जबकि जिला पार्षद इन्द्रासन प्रसाद ने भी मंच के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सहयोग का संकल्प व्यक्त किया।पूर्व बीपीआरओ सहदेव राम ने भी सामाजिक विकास के लिए बहुजनों के शैक्षणिक व सामाजिक विकास के लिए सतत प्रयास की अपील की।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अम्बेडकर ज्ञान मंच के अध्यक्ष पूर्व मुखिया मथुरा राम ने कहा ने कि हमारा मंच बहुजन समाज विशेषकर अनुसूचित जाति,जनजाति,पिछड़े,अति पिछड़े वर्ग व अल्पसंख्यंकों के साथ शोषित-पीड़ित मानवता के प्रति कृतसंकल्पित है।जो बहुजन समाज में जन्में संत-गुरु महापुरुषों यथा तथागत गौतम बुद्ध व बाबा साहेब डॉ-भीमराव अम्बेडकर के विचारों व आदर्शों को लेकर सामाजिक एकजुटता के लिए प्रयासरत है।कार्यक्रम को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र नेता मो.जैद अहमद,प्रेमचंद्र कुशवाहा,इन्द्रासन प्रसाद,प्रवीण कुमार श्रीवास्तव,ताराचन्द्र राम,गौतम कुमार,दिनेश राम,भाग्य नारायण साह,दीपक आदि ने संबोधित किया,जबकि कार्यक्रम का संचालन चन्द्रकिशोर पाल ने करते हुए सामाजिक संत-महापुरुषों के विचारों पर भी प्रकाश डाला।मौके पर सकलदेव राम,मोहन पासवान,कुन्दन कुमार,विजय कुमार,रणविजय राज,शाहजहाँ अंसारी,मो.रिज्वानुल्लाह,रामपूजन राम,बिट्टू गुप्ता,रामेश्वर राम,जितेंद्र साह, बिलटू राम,रवि कुमार पासवान,शुभ नारायण पंडित,दिलीप पासवान,प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे।