रक्सौल।(vor desk)।दुर्गा पूजा दुष्टात्माओं, राक्षसी शक्तियों व बुराईयों के मिटाने व सत्य व अच्छाई की स्थापना की घोतक है।शक्ति की आराधना इसी उद्देश्य से होती है।इसमे लोक कल्याण की कामना निहित होती है।
इसी परिपेक्ष्य में दुर्गा पूजा पंडालों में सम सामयिक विषयों की झांकी बनती है।जो आकर्षण का केंद्र होती है।
इस बार नागा रोड दुर्गा पूजा समिति द्वारा रक्सौल नरक परिषद की झांकी बनाई गई है।यह झांकी चर्चा का विषय बन गया है।श्रद्धालू इसे देखने पंडाल तक खिंचे चले आ रहे हैं।
इस झांकी ने श्रद्धालुओं के बीच रक्सौल नगर परिषद के कारनामों व कुकृत्यों को चर्चा का विषय बना दिया है।श्रद्धालु कह रहे हैं-“ठीके तो है!”
पूजा आयोजक इस विषय पर सीधी टिप्पणी से बचते हुए कहते हैं कि कलाकारों ने सामाजिक बुराइयों को ही चित्रित किया है।इसमे गलत भी क्या है?
और तो और इस झांकी ने रक्सौल नगर परिषद की पोल भी खोल दी है।कूड़ा उठाने वाला ठेला टूटा हुआ दिखाया गया है।शहर में गंदगी का अंबार भी दिख रहा है।वहीं,खुला शौच मुक्त अभियान की धज्जियां भी उड़ते दिखाई गई है।जिसमे टूटे फूटे शौचालय में सिलेंडर रखा दिख रहा है।दृश्य यह संकेत दे रहा है कि बदहाली ही रक्सौल का दूसरा नाम है।इसी अनुरूप इसका नामकरण रक्सौल नगर परिषद किया गया है।इसमे खास बात यह है कि पहले से यह उपमा जुबाँ पे चर्चे में था।अब झांकी के रूप में इसे चर्चा के केंद्र में ला दिया गया है।’खुला शौच मुक्त अभियान’ के साथ ही ‘स्वच्छ भारत मिशन’ व ‘स्वच्छ रक्सौल’ की कलई खोलने की कोशिश की गई है।इसकी खूब चर्चा हो रही है।( फ़ोटो:जय प्रकाश )