रक्सौल।(vor desk)। प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण के द्वारा नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के आह्वान पर पुरे भारत मे स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर बाल विवाह के विरोध मे आदापुर, रक्सौल समेत विभिन्न जगहो पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस क्रम मे आदापुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार ने लोगो को शपथ दिलाया और जागरूक किया ।प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण की जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी के देख रेख में उक्त कार्यक्रम किया गया ।
इस के दौरान भिन्न-भिन्न गांव मे समुदाय के लोगो के साथ एवं स्कूल में बच्चे बच्चियों का रैली निकाल कर जागरुक कर बाल विवाह न करने और न कराने की शपथ दिलाई दिलाई गई।उन्होंने बताया कि भारत ने पिछले कुछ दशकों में बाल विवाह की बुराई को रोकने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है लेकिन आंकड़े बताते हैं कि स्थिति अभी भी गंभीर है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की 2019-21 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 20 से 24 आयु वर्ग में आने वाली 23.3 फीसद महिलाएं ऐसी हैं जिनका 18 साल से पहले ही विवाह कर दिया गया था। आंकड़े बताते हैं कि बाल विवाह के मामलों में पश्चिम बंगाल शीर्ष पर है जबकि इसके बाद बिहार और त्रिपुरा का नंबर है। गरीबी और अशिक्षा इसके पीछे प्रमुख कारण हैं लेकिन जागरूकता की कमी और रूढ़िवादी सोच भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं।
“आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इन 75 वर्षों में हमने बहुत तरक्की की है और बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की हैं लेकिन आज भी बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई देश के माथे पर कलंक है।
देश को शक्तिशाली बनाने और तरक्की की राह पर ले जाने के लिए बेटियों की सुरक्षा जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारों ने विभिन्न योजनाओं और नीतिगत बदलावों के माध्यम से बेटियों के सशक्तीकरण और बाल विवाह के खात्मे के लिए तमाम कदम उठाए हैं लेकिन समाज को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। सामाजिक जागरूकता और लोगों के सहयोग से ही बच्चों के बचपन को लील जाने वाली इस बुराई को खत्म किया जा सकता है।”मौके पर प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण के सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, रंजन किशोर मिश्रा, अभिषेक कुमार, किरण वर्मा, अफताब आलम, हमजा खान, नवीन कुमार, सनी कुमार मंडल, अजय कुमार विजय कुमार शर्मा, तथा सभी स्कूल शिक्षक उपस्थित थे।