रक्सौल।( vor desk )। रक्सौल में विश्वकर्मा पूजा धूम धाम से मनाया गया। नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर मंगलवार को श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ भगवान विश्वकर्मा का पूजनोत्सव संपन्न हुआ।इस मौके पर कई जगह कार्यक्रम भी आयोजित हुए।
इस अवसर पर शहर के दूरसंचार केन्द्र, विद्युत कार्यालय, इंडियन ऑयल डिपो,शिवम फ्लावर मिल,कौड़ीहार चौक स्थित सेलर मशीन कारखानों, रेलवे कैरेज व वैगन सहित विभिन्न गैरेजों तथा लेथ कारखानों में प्रतिमा स्थापित कर भक्तिभाव के साथ पूजा की गई। शहर से सटे औद्योगिक नगरी शीतलपुर के सेलर निर्माण कारखानों में धूमधाम से पूजा की गई। वहीं इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। वहीं सीमा से सटे वीरगंज नेपाल में रविवार को धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा की गई।इसी तरह रक्सौल अनुमण्डल के रामगढ़वा,छौड़ादानों, आदापुर प्रखंड के विभिन्न चिरान मिलों, मशीनरी दुकानों व लघु कल-कारखानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा कर प्रसाद वितरण किया गया।
भगवान विश्वकर्मा सृजन के देवता: भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है, उन्हें दुनिया का सबसे पहला इंजीनियर भी कहा जाता है।विश्वकर्मा पूजा के दिन कारोबारी और व्यवसायी लोग भगवान विश्वकर्मा की श्रद्धा पूर्वक पूजन करते हैं।
वस्तुकला के आचार्य भगवान विश्वकर्मा वास्तुदेव तथा माता अंगिरसी के पुत्र हैं। भारत के कुछ भाग में यह मान्यता है कि अश्विन मास की प्रतिपदा को विश्वकर्मा जी का जन्म हुआ था, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि लगभग सभी मान्यताओं के अनुसार यही एक ऐसा पूजन है जो सूर्य के पारगमन के आधार पर तय होता है। इस लिए प्रत्येक वर्ष यह 17 सितम्बर को मनाया जाता है।