-विधायक डॉ0 शमीम ने परिजनों को सांत्वना के साथ सरकारी सहायता का दिया आश्वासन,परिजन रो रो कर बेहाल
रक्सौल।( vor desk )। बिहार -नेपाल सीमा के पूर्वी चंपारण में रविवार की सुबह एक दर्दनाक घटना से सनसनी फैल गई।रक्सौल अनुमण्डल के छौड़ादानों के एकडरी गांव में एक ही परिवार की तीन लड़कियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई।चर्चा है कि एक महिला अपने तीनों बच्चों को लेकर तालाब में कूद गई।जिसमे लड़कियों की मौत हो गई।जबकि, मृतकाओं की मां ललिता देवी (29 )का अब तक अता -पता नही चल सका है।
सूचना मिलते हीं छौड़ादानों पुलिस की उपस्थिति में रेस्क्यू टीम ने शव को तालाब में खोजा गया। इस दौरान तीनों लड़कियों के शव को तालाब से बरामद कर लिया गया। जबकि महिला अभी लापता है।बताया गया कि वहां से महिला की साड़ी मिली।लेकिन,महिला का कोई सुराग नही मिल सका।
बताया गया कि उक्त महिला अपने तीन बच्चों को लेकर तालाब में कूद गई। घटना में तीनों बच्चों की डूबने से मौत हो गई जबकि महिला अभी भी लापता है।
छौरडादानो थाना इंचार्ज प्रभाकर पाठक ने बताया कि घटना महिला एकडरी गांव की रहने वाली थी। महिला के पति गौरीशंकर यादव ने बताया कि उनकी पत्नी तीनों बेटियों नीता कुमारी (8), रोशनी कुमारी (5) और अर्चना कुमारी (3) को लेकर घर से निकली थी। लेकिन इसका कतई अंदाजा नहीं था कि यह हादसा हो जाएगा।
थानाध्यक्ष श्री पाठक ने बताया कि गोताखोरों की मदद से महिला की तलाश जारी है। घटना गौरीशंकर के घर से करीब सौ मीटर की दूरी पर ही हुई है। उन्होंने बताया कि घटना के कारणों के बारे में तत्काल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय मोतिहारी स्थित सदर अस्पताल भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
इधर, एक ही परिवार की तीन बच्चियों की मौत से गांव में कोहराम मच गया है।मातम का आलम है। सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक डॉ शमीम अहमद , मुखिया शिला देवी के पति रामजन्म प्रसाद यादव, सरपंच रामनरेश यादव ने घटनास्थल पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया और मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के साथ ही सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया।
घटना के संबंध में सरपंच ने बताया कि इतवार पर्व को लेकर मृत बच्चियों की मां गांव से पूरब पोखर में स्नान करने गई थीं। पीछे से उसकी तीनों बच्चियां भी पहुंच गईं। जहां पोखर में डूबने से तीनों की मौत हो गई। गौरीशंकर को तीन पुत्री ही थी। घटना के बाद बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं पीडि़त परिवार को सांत्वना दे रही थीं।
लेकिन,घटना में महिला का शव नही मिलना अटकलों को जन्म दे गया।जितनी मुँह उतनी चर्चा रही।चर्चा में घटना के पीछे तीन पुत्रियों को ले कर पारिवारिक अंतर्कलह भी बताया जा रहा है।जिस कारण महिला के आत्महत्या की बात सामने आ रही है।कहा जा रहा है कि तालाब गहरा है ,इस कारण शव नही मिल सका है।बताया गया कि रेस्क्यू टीम द्वारा जाल भी डाला गया।लेकिन,सफलता नही मिली।जबकि,वहां से महिला की साड़ी बरामद होने की चर्चा तेज रही।
आखिर सवाल है कि जब साड़ी बरामद हुई,तो,शव कहा गया।या फिर,माजरा कुछ दूसरा है!
बच्चियों की मौत और महिला का गायब होना खुद में पहेली बन गया है।पुलिस इस तथ्य की जांच में जुटी हुई है कि घटना के पीछे का सच क्या है?क्या शव गायब किया गया।यानी हत्या हुई?या घटना के पीछे की कहानी में कोई ट्विस्ट है।जो सामने नही आ रहा।फिलहाल,जब तक महिला का सुराग नही मिल जाता,तब तक सच्चाई से पर्दा नही उठ सकेगा।
घटना के बाद परिवार समेत गांव में मातम है।महिला की मां ने रोते हुए बताया कि मेरी बेटी सात बहनें थीं।जिन्हें हमने बेटे की तरह पाला था।वहीं,मृतका की दादी मोहरपति देवी रोते-रोते बार- बार बेहोश हो जा रही है।चर्चा है कि मृतका गर्भवती थी।