
रक्सौल।(vor desk )।हिंदी भारत का गौरव है जिसके बिना हिंदुस्तान की कल्पना नहीं की जा सकती। उक्त बातें आज केसीटीसी कॉलेज में आयोजित हिंदी दिवस पर आयोजित एक सादे समारोह में बोलते हुए इग्नू के समन्वयक प्रो0 डॉ0 अनिल कुमार सिन्हा ने कही। प्रो0 सिन्हा ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है बल्कि सामाजिक संस्कृति के उन्नति का सूचक भी है। पूरे देश में हिंदी बोली जाती है समझी जाती है और पूरे विश्व में आज हिंदी अकेलापन की स्थिति में नहीं है। समारोह की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य प्रो0 डॉ0 चंद्रमा सिंह ने किया।प्रो0 सिंह ने कहा कि अंग्रेज के जाने के बाद अंग्रेजी से आज तक हम नहीं उबर पाए।हिंदी के विस्तार में ही सभी भाषाओं का हित है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ0 प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए ।आज भी कुछ लोग अंग्रेजी मानसिकता से त्रस्त हैं, वे हिंदी भाषी को उपेक्षा की दृष्टि से देखते हैं पर आज उसे बदलने की आवश्यकता है ।बहुत कुछ बदल गया है।प्रो0 जिछू पासवान ने कहा कि भारत में हिंदी का विरोध राजनीति को चमकाने के लिए की जाती रही और आज भी जारी है जो देश के लिए खतरनाक है। देश की आजादी में हिंदी की महत्वपूर्ण भूमिका थी और जन आंदोलन की भाषा हिंदी ही थी। प्रो0 राज किशोर सिंह ने कहा कि हिंदी ज्ञान अर्जन की, ज्ञान विज्ञान एवं तकनीकी की और सरकारी एवं गैर सरकारी कामकाज यानी रोजगार की सक्षम भाषा भी बननी चाहिए।वर्तमान सरकार को इसके लिए विशेष पहल करनी चाहिए।प्रो0 अखिलेश्वर प्रसाद सिन्हा ने कहा कि वर्तमान सरकार हिंदी को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। उसे शिक्षा में हिंदी को विशेष स्थान देना चाहिए जिसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्रों में भी उपलब्ध है उसे हिंदी में भी अनुवाद की जानी चाहिए। कार्यक्रम में प्रो0 सुधीर कुमार, डॉक्टर वाजउल हक ,डॉ बदरे आलम, प्रोफेसर अरुण कुमार श्रीवास्तव, प्रो0 निर्मला कुमारी, इग्नू के सहायक समन्वयक डॉ अनिल कुमार, डॉ विनोद कुमार अग्रवाल सहित शिक्षकेतर कर्मचारी भी उपस्थित थे।
