रक्सौल।( vor desk )। स्वच्छ रक्सौल संस्था के आंदोलन के दसवें दिन भी सरकार की ओर से कोई पहल नही हुई।वहीं,स्वतन्त्रता दिवस को समस्या का शव व राष्ट्रीय ध्वज के साथ जुलूस निकाल कर धरना पर बैठे रणजीत सिंह मांगो पर सुनवाई नही होने पर मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठ गए थे।उसके आज पांच दिन हो गए।शुक्रवार को रक्सौल की महिलाओं ने चूड़ी पहनो या समर्थन दो के नारे के साथ शहर में घूम कर अभियान चलाया।जिसके बाद समर्थन का क्रम बढ़ चला है। अपने 14 सूत्री मांग को ले कर आमरण अनशन पर बैठे रणजीत सिंह की तबियत अब बिगड़ने लगी है।बावजूद इसके उन्होंने कहा कि या तो समस्या का समाधान निकाला जाए।नही तो अर्थी उठाएं।उन्होंने कहा कि आखिर जनप्रतिनिधि व प्रशासन समस्या निदान में जुटी हुई है।सच मे वायदे पूरे करने की कोशिश है।काम किया जा रहा है।तो यह बात आंदोलन स्थल पर जनता के सामने कहने में क्या दिक्कत है।उन्होंने कहा कि हम झूठ-धोखा व आश्वासन नही ,बल्कि,बदलाव चाहते हैं।स्वच्छ व सुंदर रक्सौल चाहते हैं।समस्याओं का हल चाहते हैं।ताकि,रक्सौल की नारकीय स्थिति से मुक्ति मिल सके। इधर,आंदोलन के क्रम में शनिवार को सभी वर्ग के लोगों ने भाग लिया और आगामी कार्यक्रम पर चर्चा की गई ।इस दौरान प्रत्येक चौक चौराहे पर आंदोलन की जानकारी देने का निर्णय हुआ।मौके पर शिक्षक रवीन्द्र मिश्रा,अधिवक्ता रविन्द्र सिंह समेत प्रशान्त कुमार, सुबोध कुमार, राज कुमार, जोगिंदर प्रसाद श्रीवास्तव, म. नासीर,रामाशंकर प्रसाद, अमलेश श्रीवास्तव, म. अफताब विवेक स्वामी , ओम साह, केतन साह, ददन महतो, इत्यादि मौजूद रहे।