रक्सौल।(vor desk)। शिक्षक कभी सेवानिवृत नहीं होते, बल्कि अपने जीवन काल के अंतिम समय तक शिक्षा प्रदान करने का कार्य करते हैं। उक्त बातें केसीटीसी कॉलेज, रक्सौल में तीन प्राध्यापकों की विदाई के संयुक्त समारोह का संचालन करते हुए वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार सिन्हा ने कही। प्रो. सिन्हा ने कहा कि अति पिछड़े हुए क्षेत्र रक्सौल में एकमात्र अंगीभूत महाविद्यालय की स्थापना जिन महानुभावों ने की या जिन्होंने परिकल्पना की, उन्होंने इस क्षेत्र के लिए बहुत बड़ा कार्य करने का काम किया है। यह कालेज इस क्षेत्र के लिए वरदान है। कॉलेज के संस्थापक शिक्षकों का एक-एक करके अवकाश ग्रहण करना और नई पीढ़ी का आना तो एक परिपाटी है, पर पुराने शिक्षकों के साथ महाविद्यालय के विकास का इतिहास बनता जा रहा है। आज केसीटीसी कॉलेज के जंतु विज्ञान के निवर्तमान विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद सिन्हा, भौतिक विज्ञान के निवर्तमान विभागाध्यक्ष प्रो. राधा रमण शर्मा एवं हिंदी के प्राध्यापक डॉ. सत्यदेव प्रसाद सुमन के अवकाश ग्रहण करने पर शिक्षक संघ के द्वारा प्राचार्य प्रकोष्ठ में भावभीनी विदाई दी गई। बूटा के सचिव डॉक्टर चंद्रमा सिंह ने प्राध्यापकों का सम्मान करते हुए कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर इस छोटा कॉलेज के कई प्राध्यापक बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में विभागाध्यक्ष एवं प्राचार्य पद को सुशोभित कर रहे हैं, जो हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने सभी तीन शिक्षकों को माला पहनाकर, दोशाला ओढ़ाकर एवं अंग वस्त्र सहित कलम देकर उनको सम्मानित किया। उन्होंने उनके सफल कार्यकाल को याद करते हुए बधाई दी और उनके दीर्घ जीवन, सुस्वास्थ्य एवं सफल जीवन की कामना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. जयनारायण प्रसाद ने किया। डॉ. जयनारायण प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि महाविद्यालय के विकास में इन शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसके कारण महाविद्यालय विश्वविद्यालय में अपना स्थान बनाने में कामयाब रहा। ये सभी कॉलेज के नींव रहे हैं। इनके योगदान को कॉलजे याद रखेगा। उक्त अवसर पर डॉ. राजीव पांडेय, डॉ. दिनेश पांडेय, डॉक्टर जगदीश प्रसाद गुप्ता, डॉ. विनोद अग्रवाल, डॉ. रामा शंकर प्रसाद, डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ. अमित कुमार, डॉ. अनिता सिन्हा व अजय कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया। समारोह में डॉ. बदरे आलम, डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव, कुमार अमित, अजीत ठाकुर व राहुल राउत आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जीझू पासवान ने किया।