रक्सौल।(vor desk)।मोदी सरकार वादा निभाने में भी भरोसा नहीं रखती। जैसे सभी वादों से मोदी सरकार मुकर गई। ठीक उसी तरह इस बार भी अपने किए गए वादे से मुकर गई है। उक्त बातें कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रामबाबू यादव ने लक्ष्मीपुर स्थित कार्यालय में एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा। श्री यादव ने कहा कि क्या अब इंसानों की जान की कीमत चार लाख रुपये भी नहीं लगा पा रही मोदी सरकार?आखिर मृतकों के परिजनों के आंसू कौन पोछेगा?उन्होंने कहा कि सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से मार्च 2020 में एक नोटिस के माध्यम से देशवासियों को यह बताया गया था कि कोरोना वायरस महामारी है।इसके तहत मरने वाले लोगों को 2005 के राष्ट्रीय आपदा प्रबंध अधिनियम की धारा12(111 ) के तहत सरकार की ओर से चार लाख रुपये बतौर मुआवजा देने का प्रावधान है।परंतु अब सरकार ने यह फरमान जारी कर दिया कि सरकार मुआवजा नहीं दे सकती। मैं देशवासियों की ओर से केंद्र की मोदी सरकार से इस बात का स्पष्टीकरण मांगता हूं। इसके साथ ही श्री यादव ने कहा आप कि हर बार की तरह इस बार भी मोदी सरकार अपने वादे को निभाने में फिसड्डी साबित हुई। सरकार में आने से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमत तथा खाने का सरसों तेल और रिफाइन को लेकर के इन लोगों का धरना प्रदर्शन चलता था, परंतु अब सत्ता में आने के बाद इन सब चीजों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इनको गरीबों की फिक्र है? फिक्र हो भी भला कैसे हो? क्योंकि सरकार तो उद्योगपतियों के सहारे चल रही है। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष दीपक गुप्ता, रामायण कुमार, मोहम्मद आरिफ, रामनारायण भारती व प्रदुमन महतो इत्यादि और लोग उपस्थित थे।