रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल नगर परिषद के सफाई कर्मियों के द्वारा सही ढंग से सफाई नही करने और पैसा लेकर कचरा उठाने को लेकर रक्सौल नगर परिषद को एक आवेदन दिया गया है ।आवेदन देने वाले स्थानीय नागरिक अखिलेश्वर प्रसाद यादव हैं, जो वार्ड नंबर 20 के निवासी हैं ।उनका कहना है कि सफाई कर्मचारियों के द्वारा नाली की सफाई नही की जाती हैं और सफाई करने के लिए जब उनको बोला जाता हैं तो सफाई के नाम पर पैसा का डिमांड करते हैं। नही देने पर नाले की सफाई नही की जाती हैं, जिस कारण मेरे घर के सामने नाले की गंदगी और कीचड़ जामा हो जाती है।और उससे बदबू आती हैं। जिससे बीमारी फैलने का डर है।उनका आरोप है कि इस कोरोना काल मे जहाँ सरकार सभी वार्डो में सफाई और सेनिटाइज कराने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं लेकिन रक्सौल नगरपालिका में सफाई कम और सफाई के नाम पर लूट ज्यादा हो गया है।बता दे कि विगत कुछ ही दिन पहले मुख्य पार्षद के द्वारा सशक्त स्थायी समिति को भंग कर दिया गया था जिसका नतीजा यह है कि नगरपरिषद में सही ढंग से कोई कार्य नही हो रहा है। जिससे नगर परिषद के लोगो को परेशानी बढ़ती नजर आ रही हैं। सही ढंग से सफाई नही होने से गली मोहल्लों में पसरी गंदगी और कीचड़ के कारण लोगों को निकलना मुश्किल हो गया है। साथ ही गंदगी से पनप रहे मच्छरों के कारण लोग संक्रामक बीमारी का शिकार हो रहे हैं। गली में पसरी गंदगी को साफ कराने के लिए क्षेत्रीय लोग कई बार नगर परिषद के जिम्मेदार लोगों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
उल्लेखनीय है कि नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों की मनमानी के कारण वार्ड नंबर 20 के स्थित गली में गंदगी फैली है। लोगों द्वारा बार-बार की जाने वाली शिकायतों पर कर्मचारी कभी-कभार सफाई कर जाते हैं। गली में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। नगर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए नगर परिषद प्रतिबद्ध हैं लेकिन ऐसा लगता हैं कि रक्सौल नगर परिषद खुद लाचार और बीमार हैं।इस बाबत नगर परिषद की उप सभापति रोहिणी साह का कहना है की मामले में जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
( रिपोर्ट:राकेश कुमार )