रक्सौल।( vor desk )।एक ओर संसद विघटन के बाद देश मे राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है।जबकि, दूसरे ओर राजावादी संगठनों की सक्रियता बढ़ गई है।राजा आओ ,देश बचाओ ब हिन्दू राष्ट्र कायम करो जैसे नारे के साथ आंदोलन शुरू है।इसी क्रम में पूर्व राजा वीरेंद्र शाह की जयंती देश भर में मनाई गई।राजशाही की पुनर्स्थापना की मांग भी बुलंद हुआ।इसी क्रम में देश भक्त-राजभक्त समूह ( पर्सा )द्वारा पूर्व राजा स्व 0 श्री 5 वीर वीरेंद्र विक्रम शाह देव की 76 वां जयंती मनाई गई।बीरगंज स्थित महावीर मन्दिर के आगे आयोजित कार्यक्रम में उनके तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया।समूह के अध्यक्ष दीपेंद्र रौनियार ने कहा कि देश में,शांति सुरक्षा के लिए पूर्व राजा विरेंद्र विक्रम शाह देव के मार्ग पर चलने व उनकी नीतियों का अनुसरण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजा वीरेंद्र हिन्दू हिर्दय सम्राट व उदार राजा थे।जिनके काल मे संवैधानिक राजतंत्र – बहुदलीय प्रजातंत्र की स्थापना हुई थी।देश मे पूर्ण प्रजातंत्र स्थापित होने के बावजूद राजनीतिक दल असफल साबित हुए और देश मे अराजकता का माहौल बन गया।विदेशी शक्तियां सक्रिय हो गई है।जनता को इसके खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।
।मौके पर राज संस्था पुनर्स्थापना सँघर्ष समिति के केंद्रीय उपाध्यक्ष राजकिशोर चौबे, समाजिक कार्यकर्ता व राष्ट्रवादी पशुपति विक्रम शाह,रमेश जटिया,हीरा बहादुर चन्द्र,शम्भू चौरसिया ,सतीश श्रीवास्तव, राम नारायण शाह,पृथ्वी झा आदि मौजूद थे।
इधर,सरोकार मंच नेपाल की नारायणी अंचल कमिटी के संयोजक नन्द किशोर गोयल के नेतृत्व में बीरगंज के प्रतिमा चौक पर पूर्व राजा वीरेंद्र शाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती समारोह मनाया गया और उन्हें याद किया गया।मौके पर मंच के केंद्रीय सदस्य अर्जुन सिंह, नेपाल राष्ट्र वाद संघ के अध्यक्ष जनक लाल साह, समाजिक कार्यकर्ता उषा शाह,विद्वत परिषद नेपाल के केंद्रीय सदस्य अद्यानन्द प्रसाद आदि मौजूद थे।