रक्सौल।( vor desk )भारतीय जनता पार्टी शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रोफेसर डॉ0 अनिल कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर छोटे-छोटे विद्यालयों सहित उसमें कार्यरत शिक्षकों को आर्थिक राहत देने की मांग की है।
प्रो0 सिन्हा ने कहा है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में निजी शिक्षण संस्थानों का बहुत बड़ा योगदान है ।उस में कार्यरत शिक्षकों की अच्छी संख्या है जो स्कूल में मिल रहे अल्प मानदेय के साथ ट्यूशन पढ़ाकर अपने परिवार के भरण-पोषण के साथ शिक्षा जगत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। मान- सम्मान के साथ जीवन व्यतीत हो रहा था। यह एक बहुत बड़ा स्वयं संचालित व्यवसाय है जो इस कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन में आर्थिक दृष्टि से ग्रस्त होकर त्राहि-त्राहि कर रहा है। उन्हें विद्यालयों से कुछ प्राप्त होता है और ना ही ट्यूशन से। किराए पर चलने वाले विद्यालयों की किराया भाड़ा, बिजली बिल आदि बाकी है ।ट्यूशन बिल्कुल बंद है ।
प्रो0 सिन्हा ने कहा है कि विद्यालयों के पास अपने शिक्षकों एवं कर्मचारियों को वेतन देने के लिए किसी भी प्रकार का संसाधन नहीं है और सभी घोर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने गरीब मजदूरों एवं किसानों की पर्याप्त चिंता भी की है पर शिक्षा जगत का यह वर्ग उस राहत से वंचित है ।
प्रो0 सिन्हा ने वैश्विक आपदा की इस घड़ी में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े इस वर्ग को आर्थिक सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है एवं स्कूल के मकान भाड़ा एवं बिजली बिल से राहत दिलवाने की मांग की है। उन्होंने अति शीघ्र शिक्षकों को आर्थिक अनुदान देने की व्यवस्था की करने की मांग की है।उन्होंने इस पत्र की प्रतिलिपि बिहार के मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 संजय जयसवालको भी भेजी है ताकि उचित करवाई हो सके।