रक्सौल।(vor desk)।सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने कहा है कि बॉर्डर पर स्वच्छ छवि और बेस्ट ट्रैक रिकॉर्ड वाले ऑफिसरों की पोस्टिंग से ही अच्छे दिन सम्भव है।रक्सौल को जाम समेत विभिन जन समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर एक होना होगा और संघर्ष करना होगा।उन्होंने कहा कि रक्सौल बॉर्डर पर एक नेक्सस कायम है।जो नही चाहता है कि समस्याओं के मकड़जाल से मुक्ति मिले।रक्सौल की जनता चैन से जिये।अच्छी आबो हवा मिले।विकास हो।
उन्होंने आरोप किया कि जाम की समस्या इसी नेक्सस की देन है।इसमें कस्टम और प्रशासन की मिली भगत है।यह एक मजबूत नेक्सस है।जो भी आवाज उठाता है।उसका मुंह बंद करने और सबक सिखाने की कोशिश होती है।
श्री अग्रवाल ने एक विशेष वार्ता में खुलेआम कहा कि पीएम ने आईसीपी का उद्घाटन कर दिया।लेकिन अधिकारी इसे नही चलने देना चाहते है।ये अधिकारी बड़े कुटिल है।फाइलों को इस कदर डीलिंग करते हैं कि सरकार भी कन्फ्यूज हो जाती है।चुकी सरकार तक यही अधिकारी बातें पहुचाते हैं।इसीलिए जनता की भावना के विपरीत अपने मनमानी थोपते हुए अपना उल्लू सीधा करने में जुटे रहते हैं।उन्होंने कहा कि हमने आईसीपी के पूर्ण व बेहतर संचालन की पहल की।उन्हें नागवार गुजरा।उनका हित प्रभावित हो रहा था।
श्री अग्रवाल ने कहा कि हम लोग सदैव सरकारी कार्यो में सहयोग कर बेहतरी के प्रयास करते हैं ।पर इन अधिकारियों को सरकारी कार्य मे दखल नजर आता है।इसी कारण जब सीमा जागरण मंच ने कोइरिया टोला में जाम में ट्रक दुर्घटना का शिकार हुए सन्तोष कुमार के मामले पर आंदोलन किया तो सरकारी कार्य मे दखल के इल्जाम लगाते हुए मुकदमा ठोक दिया गया।हमे बेल लेना पड़ा।
उन्होंने जाम की समस्या पर कहा कि इस मुद्दे पर सियासत से काम नही चलेगा।रक्सौल की जनता को इस मामले पर जगना होगा।आगे आना होगा।उन्होंने राजद और राजद विधायक डॉ0 शमीम के जाम के विरुध्द कूदने को चुनावी स्टंट करार दिया।उन्होंने कहा कि सीमा जागरण मंच बिहार नेपाल सीमा के सात जिलों में कार्य करती रही है।कमोवेश यही समस्या सभी बॉर्डर पर है।माल कमाऊ और जन विरोधी अधिकारी ही यहां मुसीबत की जड़ हैं।केंद्र और राज्य सरकार को इस दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए अच्छे चाल चलन वाले अधिकारियों की पोस्टिंग करनी होगी।पोस्टिंग करते हुए ध्यान दिया जाना चहिये की जिन अधिकारियों की पोस्टिंग की जा रही है उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेस्ट रहा हो।उन्होंने जोर दे कर कहा कि रक्सौल में जाम के लिए जिम्मेवार अधिकारियों की साठ गाँठ में चल रहे नेक्सस की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।इसके लिए उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन होना चाहिए।