रक्सौल।(vor desk )।21 जून रविवार को सुबह 10 बजकर 15 मिनट से ग्रहण प्रारम्भ हो जाएगा और दोपहर 2 बजकर 4 मिनट पर समाप्त होगा।12 घण्टे पूर्व से सूतक प्रारम्भ हो जाएगा।उक्त जानकारी आचार्य भोला पांडे शास्त्री ने दी।
उन्होंने बताया कि सूतक में जप का काफी महत्व है।ग्रहण काल मे जप करना चाहिए।उन्होंने कहा कि मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए जाते है।ग्रहण काल में गर्भवती स्त्री को सावधानी बरतनी चाहिए ,ग्रहण को खुली आँखों से नही देखनी चाहिए दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।ग्रहण काल में भजन कीर्तन और अपने इष्टदेव मन्त्र का ध्यान जप एवं गुरु मंत्र का जप करना चाहिए।ग्रहण काल में किया गया जप फलदाई होता है ।ग्रहण काल में मन्त्र सिद्धि बहुत जल्दी हो जाती है ।सूतक काल में खाना ,सोना,यात्रा , काटना इत्यादि वर्जित है।उन्होंने कहा कि सूतक काल में रोगी ,वृद्ध ,बच्चे और गर्भवती महिलाओं को छोड़कर अन्य लोगों को अन्न जल नही ग्रहण करनी चाहिए।