पर्यावरण वैज्ञानिक ए. सुधाकर के नेतृत्व में बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड की टीम करेगी जाँच
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रक्सौल।(Vor desk )।उद्योगों द्वारा अपशिष्टों को नदी में गिराने एवं नदी किनारे कचरे के डंपिंग के कारण प्रदूषित हो रही सरिसवा नदी के मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय, कोलकाता ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए क्षेत्र निरीक्षण एवं नदी के वर्तमान स्टेटस की जाँच के आदेश दिए हैं।
यह आदेश डा. स्वयंभू शलभ के रिप्रेजेंटेशन के आलोक में दी गई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय, कोलकाता के निदेशक आर. सी. सक्सेना द्वारा
गत 17 जनवरी 2019 को जारी आदेश के मुताबिक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दिल्ली के वॉटर क्वालिटी मैनेजमेंट डिवीजन के पर्यावरण वैज्ञानिक ए. सुधाकर के नेतृत्व में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के साथ नदी के वर्तमान स्टेटस की जाँच करेगी और अपनी कार्रवाई रिपोर्ट आवश्यक कार्यार्थ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजेगी।
इस आदेश की प्रति श्री ए. सुधाकर एवं डा. शलभ को भेजी गई है।
गौरतलब है कि इस मामले में वर्ष 2011 में भी पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे जिसके तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर श्री संदीप के नेतृत्व में जांच टीम गठित हुई थी। इस टीम ने डा. शलभ की मौजूदगी में गत 19 मई 2011 को रक्सौल/वीरगंज के सीमावर्ती क्षेत्र से सरिसवा नदी के पानी का संकलन कर जाँच के लिये कोलकाता के लैब में भेजा था। इस टीम में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी एस. एन. जायसवाल भी शामिल थे। जाँच रिपोर्ट के साथ बोर्ड ने इस मामले को मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के जरिये नेपाल सरकार से वार्ता किये जाने की सिफारिश की थी। मामले को इंडो नेपाल ज्वाइंट टेक्निकल स्टैंडिंग कमिटि में भी रखा गया था।