रक्सौल।( vor desk )।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की रक्सौल नगर इकाई द्वारा शिक्षा व युवाओं के प्रति बिहार सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति व एसटीईटी (STET )की परीक्षा रद्द करने के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन के क्रम 2 घंटे तक सभी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। नगर मंत्री अंकित कुमार ने कहा कि 28 जनवरी को एसटीईटी की परीक्षा में परीक्षार्थियों से जूता-चप्पल, घड़ी बेल्ट, आदि गेट के बाहर खुलवाया, परीक्षा भवन में जैमर लगवाया गया। वीडियो कैमरा के माध्यम से 1-1 मिनट की रिकॉर्डिंग किया गया ।फिर भी परीक्षा को क्यों रद्द किया गया।जब हाईकोर्ट का निर्णय 22 को आना था तो 16 मई को ही जल्दबाजी में परीक्षा को रद्द कर दिया गया। जिस वजह से पुरे बिहार के लाखों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है।इसलिए विद्यार्थी परिषद छात्र विरोधी नीति बर्दाश्त नहीं करेगी।विद्यार्थी परिषद चरणबद्घ तरीक़े से आंदोलन करने को तैयार रहेगी।
एसएफडी जिला प्रमुख प्रशांत कुमार एवम नगर सह मंत्री रौशन कुमार ने बताया की एसटीइटी परीक्षा रद्द होने के
कारण वैसे अभ्यर्थियों को झटका लगा है जो अपने बेरोजगारी को दूर करके बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित करना चाहते थे ।बिहार सरकार ने परीक्षा को रद्द करके वैसे अभ्यर्थियों के उम्मीद पर पानी फेर दिया और तत्काल रोजगार पाने के क्रम में उनकी उम्मीदों को भी झटका लगा है। जो युवाओं के लिए शर्मनाक है ।विद्यार्थी परिषद इसका घोर विरोध करती है। इसके बावजूद भी हमारे सभी कार्यकर्ता घरों पर रहकर भी धरना पर बैठे हुए हैं।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सूरज कुमार ने बताया की लाकडाउन होने की वजह से यह राज्यब्यापी आंदोलन सोशल मीडिया के माध्यम से मनाया गया। पुरे सोशल मीडिया में #RollBackSTET एवम #ABVPforSTET को ट्रेंड करवाते हुए विभिन्न स्लोगन जैसे शिक्षा का हुआ बंटाधार
कैसे कहे आगे बढ़ रहा बिहार? ,
जो शिक्षा की बात करेगा
वही बिहार पे राज करेगा,
के साथ आवाज बुलंद किया गया। रक्सौल शहर के अगल अलग स्थानों पर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया जिसमें विश्वविद्यालय प्रमुख प्रो. पंकज कुमार सर , नगर मंत्री अंकित कुमार, नगर सह मंत्री रौशन कुमार, प्रभात कुमार, अभिषेक कुमार, जिला एसडीएफसी प्रमुख प्रशांत कुमार, सुभाष कुमार, पूर्व छात्र संघ प्रतिनिधि संतोष राज, सूरज श्रॉफ, टार्ज़न आलम, राजू कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदय सूरज कुमार, मुन्ना कुमार,सुनील कुमार, आदि कार्यकर्ता इस आंदोलन में भाग लिया।