Saturday, November 23

सरिसवा नदी बचाओ आन्दोलन के प्रतिनिधिमंडल ने छह सूत्री मांग को लेकर दिया एसडीओ को ज्ञापन

रक्सौल।(vor desk)।सरिसवा नदी बचाओ आन्दोलन के अध्यक्ष प्रो० डा० अनिल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में प्रबुद्ध नागरिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रक्सौल अनुमंडलाधिकारी अमित कुमार से मिलकर रक्सौल को जहरीले जल से रक्षा करने की मांग की । प्रो० सिन्हा ने अनुमंडलाधिकारी से कहा कि महान छठ व्रत निकट है और नदी में जहरीला ,दुर्गन्धयुक्त एवं काला पानी प्रवाहित हो रहा है ।जबकि पनटोका से ले कर हरदिया तक की जनता इस नदी के तट पर व्रत करने इकठ्ठा होती है और जहरीले जल से अर्घ्य देने को बाध्य होती है। सीमांचल क्षेत्र में यह नदी काल बनकर बह रही है और असाध्य रोगों से मरने वालों की संख्या दिन-प्रति दिन बढती जा रही है | प्रतिनिधिमंडल ने नेपाल के प्रशासनिक अधिकारियों से शीघ्राति शीघ्र वार्ता कर इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने की मांग किया।बीरगंज अपने पूरे महानगरपालिका क्षेत्र का कूड़ा-करकट नो मेंस लैंड पर गिराकर अंतर्राष्ट्रीय संधि का उल्लघन कर रहा है ।इस मौके पर अनुमंडलाधिकारी अमित कुमार ने कहा कि जीवन से संबंधित समस्या के समाधान के लिए मैं पूरी प्रशासनिक ताक़त लगा दूँगा । सभी माँगो पर त्वरित कार्रवाई होगी।उन्होंने कहा कि नगर परिषद के उपसभापति को शीघ्र बुला कर बाते की जाएगी।ताकि, उनसे संबंधित समस्या का निदान हो सके ।उन्होंने सभी काग़ज़ातों को देखा और कहा कि बहुत काम हो चुका है ।छठ बाद हम सभी नो मेंस लैंड का मुआयना करेंगे।नेपाल के पर्सा जिला के मुख्य जिला पदाधिकारी से मिलेंगे और उच्च अधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह रिपोर्ट भेजेंगे । यह नदी गंगा नदी को प्रदूषित कर रही है।उसे शीघ्र बंद किया जाय।रक्सौल नगर परिषद भी नदी के किनारे कूड़ा-करकट को गिराकर नदी को प्रदूषित करने में अहम् भूमिका अदा कर रहा है। उसे डालने से रोका जाय । छठ पूजा से कार्तिक पूर्णिमा तक नेपाल किसी भी प्रकार की गंदगी नदी में न भेजे यह सुनिश्चित किया जाय। प्रो० सिन्हा ने कहा कि नदी के तट के निवासियों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण कराया जाय ताकि प्रदूषण से पीड़ितों की सही संख्या ज्ञात हो सके ।रक्सौल नगर परिषद् नदी के किनारे कूड़ा –करकट गिराकर उसमे आग लगा देती है जिसके धुआं से रात्रि में नदी के किनारे रहने वालों का दम घुटने लगता है। इसे रोकने की व्यवस्था की जाय ।प्रो० सिन्हा ने कहा कि विगत आठ वर्षों से आन्दोलन चल रहा है ।नेपाल सरकार और भारत सरकार चाहते हुए भी आज तक कोई कारवाई नहीं कर सकी। इसका परिणाम आम जनता भुगत रही है । प्रो० सिन्हा ने कहा कि दिसंबर माह में नेपाल एवं सीमांचल के प्रबुद्ध नागरिकों की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें इस गंभीर समस्या से निजात हेतु आन्दोलन की रुप रेखा बनायी जायेगी। नेपाल में भी निर्णायक आन्दोलन की सुगबुगाहट हो रही है । प्रो० सिन्हा ने कहा कि नेपाल और भारत की जनता संयुक्त रूप से आन्दोलन के द्वारा ही सफलता पायी जा सकती है। प्रतिनिधिमंडल में स्वच्छता के सिपाही सुरेश कुमार , ,गुड्डू सिंह ,रजनीश प्रिदर्शी ,राजकिशोर राय उर्फ़ भगत जी ,रवि मसकरा ,सुमित कुमार ,संतोष कुमार , विकास कुमार ,रवि कुमार ,नीरज कुशवाहा, अभिषेक कुमार ,राकेश रंजन वर्मा ,कुंदन श्रीवास्तव , आदि शामिल थे |

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