रक्सौल।(vor desk)।सीमावर्ती शहर रक्सौल में अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।सोमवार को शहर के बड़ा परेउवा में फिर चार माह के शिशु अंसारा खातून की मौत हो गई।जबकि,पिछले बुधवार को भी बड़ा परेउवा में ही एक पांच माह के बच्चे आकाश कुमार की मौत हो गई थी।
इस मौत की सूचना मिलते ही रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 शरत चन्द्र शर्मा ने पुनः एक मेडिकल टीम का गठन किया।डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में उक्त टीम ने बड़ा परेउवा में पहुच कर अन्सारा व आकाश के मौत की स्थलगत जांच की।
जिला से डीआईओ अनिल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में आई टीम ने रविवार तक कुल 7 बच्चों के मौत की पुष्टि की थी।सभी बच्चे शहर के वार्ड 7,8 व 9 के गांधी नगर,इसलामपुर व प्रेम नगर के थे।इन दो मौत के बाद मरने वाले बच्चों की कुल संख्या 9 पहुच गई है।दोनों मृत बच्चे शहर में उक्त इलाके से बिल्कुल अलग यानी शहर के पश्चिमी क्षेत्र के बड़ा परेउवा के हैं।इस दो मौत ने स्वास्थ्य विभाग की चुनौती को और बढ़ा दिया है।हालांकि,स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम मौत के वजह को अब तक स्पष्ट नही कर पाई है।रविवार तक चार टीम जांच कर चुकी है।जिसमे बेतिया मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भी शामिल थी।
ताजा घटना में शहर के परेउवा वार्ड नम्बर एक निवासी सोएब अख्तर के चार माह की नतिनी अंसारा खातून की मौत हुई है।यह मौत सोमवार की सुबह हुई।अंसारा खातून पश्चिम चंपारण के राम नगर के बरगदवा निवासी सद्दाम हुसैन व नूरजहां की बेटी है।उनकी यह पहली पुत्री थी।अन्सारा खातून का जन्म पश्चिम चंपारण के रामनगर अस्पताल में हुआ था।26 वर्षीया नूरजहां अपने मायके एक सप्ताह पहले ही आई थी।उसने रोते हुए बताया की अंसारा को सर्दी बुखार हुआ था।लेकिन वह ठीक थी।वह दूध पी कर 11 बजे रात में सोई और सोई ही रह गई।मृतका की नानी जैबुन नेशा खातून ने सुबकते हुए बताया कि नूरजहां अब अपने परिजनों के साथ रामनगर चली गई है।
इधर,डॉ 0 राजेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार, स्वास्थ्य प्रशिक्षक सुनील श्रीवास्तव, एएनएम स्वर्ण लता आदि ने स्थलगत निरीक्षण कर घण्टो जांच की।टीम के आग्रह के बावजूद परिजन शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजने से इनकार कर दिया। इधर,लगातार मौत से शहर में खौफ व्याप्त है।
इस बीच ,पीएचसी प्रभारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि जांच की रिपोर्ट सिविल सर्जन मोतिहारी को भेजने के साथ त्राहि माम सन्देश दिया गया है।।ईधर,प्रभावित क्षेत्र में आस पास के बच्चों का ब्लड व मल मूत्र सेम्पल संग्रहित कर उच्चस्तरीय जांच के लिए भेजा गया है।वहीं,स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार की दोपहर को रक्सौल पीएचसी में इस मामले को ले कर सामाजिक संगठनों की एक बैठक बुलाई है। वहीं,जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।इस बीच स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने मांग की है कि नगर के सभी वार्ड में मेडिकल भेज कर जांच कराई जाई।उन्होंने कहा कि संस्था जागरूकता अभियान चलाएगी।