रक्सौल।( vor desk )। बंध्याकरण के बाद गर्भ ठहरने का मामला सामने आया है।इसके बाद भाजपा नेत्री पूर्णिमा भारती के नेतृत्व में पीड़िता के परिजनों व समर्थकों ने रक्सौल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा किया।इसके बाद मेरी स्टोप के इंचार्ज रूपेश कुमार कहीं छुप गए। मामला तूल पकडने के बाद पीएचसी के चिकित्सक डॉ0 जीवन चौरसिया , राजेन्द्र प्रसाद सिंह ,
बंध्याकरण इंचार्ज नवल सिंह ,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार आदि ने समझा बुझा कर माहौल को शांत कराया।साथ ही कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।इधर, शहर के कोईरिया टोला निवासी रामजी प्रसाद चौरसिया की पत्नी पीड़िता सविता देवी ने रक्सौल पीएचसी में आवेदन दिया।जिसे बंध्याकरण इंचार्ज नवल सिंह ने रिसीव किया।इस दौरान शिकायत करने पर पीड़िता ने मेरी स्टोप इंडिया के प्रबन्धक रूपेश कुमार पर दुर्व्यवहार व अपशब्द बोलने का आरोप भी लगाया है।पीड़िता ने बताया कि पीएचसी में आयोजित शिविर में 3 मार्च 2019 को बंध्याकरण कराया था।इसके बाद शक होने पर गर्भ की जांच कराई गई।तब इसका पता लगा।पीड़िता ने आवेदन में शारीरिक व मानसिक परेशानी से अवगत कराते हुए आवश्यक कारवाई की मांग की।इस बाबत पूछने पर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।बंध्याकरण आउटसोर्सिंग एजेंसी मेरी स्टोप इंडिया ने किया है।उन्हें पहले ही शिकायत मिलने पर आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया जा चुका था उन्होंने कहा कि जांच कर नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।