रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल में अज्ञात बीमारी से मौत का मामला थम नही रहा।यह संख्या बढ़ कर अब सात हो गई।शुक्रवार की रात्रि शहर के वार्ड 8 स्थित इसलामपुर में आफताब अंसारी के चार माह की पुत्री सन्ना खातून की मौत हो गई।दो दिन पहले ही शहर के वार्ड 7 स्थित प्रेम नगर में प्रदीप यादव के दस वर्षीय पुत्र नकुल की मौत हुई थी।पिछले एक पखवाड़े में कुल 7 मौत हो गई।इससे क्षेत्र में खौफ का साया है।इधर,रक्सौल पीएचसी की एक मेडिकल टीम शनिवार को पीड़ितों के घर पहुची और मौत के कारण की पड़ताल की।एक बार फिर स्थलगत जांच के बाद पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने दुहराया की पिछले दिनों पांच मौत हुई थी।अब इसकी संख्या सात हुई है।लेकिन,मौत की वजह अलग- अलग है।एक बच्चा जो डंकन में उपचार के बाद जीवित है।उसे ब्रोंकाइट्स पीड़ित पाया गया है।चुकि किसी मृत बच्चे का पोस्टमार्टम नही हुआ है।इसलिए बीमारी से मौत के मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुचना आसान नही है।जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है।विगत तीन दिनों में जो मौत हुई है।उसमें एक बच्चा दस साल का है।दूसरी बच्ची चार माह की है।उन्होंने यह भी बताया कि अधिकतर मामलों में चिकित्सकों या पीएचसी में उपचार तक नही कराया गया।मरने वाले बच्चे में एक को छोड़ कर सभी तीन वर्ष के नीचे के हैं।उसमे भी कई केश ऐसे हैं।जो यहां के मूल निवासी नही है।वे अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे थे।प्रसव बाद यहां आए थे ।उन्होंने यह भी बताया कि जागरूकता का अभाव व अशिक्षा बच्चों के मौत की वजह बन रही है।रहन -सहन व भौगोलिक स्थिति भी मौत की वजह हो सकती है।मेडिकल टीम ने जांच कर रिपोर्ट दी है।इसकी समीक्षा के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
इधर,पीएचसी द्वारा गठित मेडिकल टीम ने शहर के वार्ड 7,8 व 9 में पहुच कर जांच की।और जागरूकता अभियान चलाया।साथ ही आस पड़ोस के दो दर्जन सस्पेक्टेड बच्चों के ब्लड का सेम्पल लिया गया।ताकि,उनके स्वास्थ्य स्थिति व किसी तरह के संक्रमण की जांच हो सके।पीएचसी के चिकित्सक डॉ0 सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित मेडिकल टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है।इससे पहले डॉ0 जीवन कुमार कुमार चौरसिया के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने वार्ड 8 व 9 में जांच किया था।जिसमे पांच बच्चों के मौत की पुष्टि हुई थी।वहीं,जिले के सिविल सर्जन के निर्देश पर डीआईओ अनिल कुमार सिन्हा व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ0 अमृतांशु की टीम भी पिछले दिनों यहां पहुच कर जांच कर चुकी है।लेकिन,मौत का कारण स्पष्ट नही हो सका है।हालांकि,डॉ0 सुशील के नेतृत्व में पहुची मेडिकल टीम की जांच में कोई बिमार बच्चा नही मिला।मेडिकल टीम में डॉ0 सुल्तान,लैब टेकनेशियन दीप राज,एएनएम मोनिका,स्वर्णलता आदि शामिल थे।टीम द्वारा आस पास के बच्चों को सस्पेक्टेड श्रेणी में रख कर जांच की जा रही है।डॉ0 शर्मा ने कहा कि जांच रिपोर्ट में यदि कोई लक्षण व संक्रमण की शिकायत मिली।तो फिर मेडिकल टीम जांच करेगी।
इधर,मेडिकल टीम को बताया गया कि आफताब आलम व उनकी पत्नी फरीदा रामगढ़वा के पखनहिया के निवासी हैं। सन्ना खातून का जन्म रामगढ़वा पीएचसी में चार माह पहले हुआ था।सन्ना अपने नाना सरफुद्दीन आलम के यहां रह रही थी।उसे कै दस्त व निर्जलीकरण की शिकायत हुई।निजी चिकित्सक ने पानी चढ़ाने व जांच को कहा।लेकिन,ऐसा करने के बजाय उसे घर ले जाया गया और रात्रि में मौत हो गई।उधर,बताया गया कि प्रेम नगर के नकुल के सर में एक माह से दर्द व उल्टी आदि की शिकायत थी।