रक्सौल।( vor desk )।मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज अंतर्गत डाइरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड द्वारा प्याज के नेपाल निर्यात पर प्रतिबंध के बाद इंडो नेपाल बॉर्डर के रास्ते बड़े पैमाने पर तस्करी शुरू हो गई है।पिछले दिनों एसएसबी ने अभियान के तहत तस्करी का प्याज भी जब्त किया था।इस बार बड़ा खुलाशा हुआ।बड़ी बरामदगी भी।इससे हड़कम्प मच गया।20 व 21 नवम्बर की मध्य रात्रि रक्सौल कस्टम ने कार्रवाई करते हुए सर्वप्रथम एक ट्रक प्याज जब्त किया।यह प्याज भरा ट्रक रक्सौल बीरगंज सड़क पर रेलवे गुमटी के पास मध्य रात्रि नियंत्रण में लिया गया।इसके बाद लगातार जारी रहे अभियान में कुल 15 ट्रक प्याज बरामद हुआ।इसके बाद तो इस रिकॉर्ड बरामदगी ने हंगामा मचा दिया।सभी ट्रक यूपी नम्बर का बताया गया है।
इसकी पुष्टि रक्सौल कस्टम व आईसीपी के कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह ने किया है।उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई कस्टम कमिश्नर (पटना ) रंजीत कुमार के निर्देश पर हुई है।उन्होंने कहा है कि यह अभियान निरन्तर जारी रहेगा।
कस्टम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि सर्वप्रथम रक्सौल के रेलवे गुमटी से यूपी 78डी टी 2396 को ट्रक को कस्टम उपायुक्त को मिली गुप्त सूचना व इस सम्बंध में जारी निर्देश पर उक्त ट्रक को नियंत्रण में लिया गया।
बताया गया कि कस्टम टीम ने इस ट्रक को रोकने व पूछ ताछ के क्रम में ड्राइवर ने बताया कि ट्रक पर 24 टन प्याज लदा है जिसे बीरगंज नेपाल ले जाना है।किंतु ड्राइवर द्वारा लदे हुए प्याज को प्राप्त करने वाले फर्म अथवा व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी या दस्तवेज नही उपलब्ध कराया गया।जिससे यह प्रतीत हुआ कि इस ट्रक को नेपाल ले जाये जाने के क्रम में पकड़ा गया है।
रक्सौल कस्टम के अधिकारियों द्वारा बताया डाइरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड के द्वारा पिछले 29 सितम्बर 2019 को जारी नोटिफ़िकेशन नंबर 21/2015-2020 के अनुसार प्याज के नेपाल निर्यात को अगले आदेश तक प्रतिबंधित कर दिया गया है।जिसको देखते हुए 23.490 टन प्याज को जब्त करते हुए सीमा शुल्क अधिनियम 1962 की धारा 7, 11, 50 & 51 के तहत जब्त कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।इसकी कुल कीमत 14.09 लाख रुपये आंकी गई है।
इधर,पटना कस्टम कमिश्नर के निर्देश पर मोतिहारी व रक्सौल तथा आईसीपी कस्टम टीम ने एक विशेष अभियान के तहत रक्सौल बॉर्डर से प्याज लदे 14 ट्रक को गुरुवार की शाम तक नियंत्रण में लिया है।यानी।अब तक ऑपरेशन में कुल 15 ट्रक प्याज बरामद हुए हैं।यह अभियान रक्सौल के कस्टम उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में चला।कस्टम के प्रिवेंटिव इंचार्ज मनमोहन शर्मा की भी सक्रिय भूमिका रही। कस्टम के साथ ही इस अभियान में एसएसबी 47 वीं बटालियन कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा के नेतृत्व में 17 सदस्यीय एसएसबी टीम भी शामिल थी।जिसने रामगढ़वा से रक्सौल तक कुल 15 ट्रकों को पकड़ा और बिना कागजात के प्याज लदे ट्रक को जब्त कर कार्रवाई शुरू की।सभी ट्रक मोतिहारी ले जाया गया।जहाँ मोतिहारी कस्टम अग्रतर कार्रवाई में जुटी है।कस्टम अधिकारियों के मुताबिक,जांच व आवश्यक कार्रवाई के बाद पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।प्याज लदे ट्रकों सीज कर अग्रतर कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।कस्टम सूत्रों के मुताबिक,इस जब्त प्याज के खेप की अनुमानित कीमत करोड़ो में बताया गया है।इसकी अधिकृत घोषणा प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद की जाएगी।
इस अप्रत्याशित व बड़े कार्रवाई से कारोबारियों से ले कर तस्कर सिंडिकेट में हड़कम्प हैं।अधिकांश भूमिगत बताये जा रहे हैं।हालांकि,कस्टम का यह अभियान भी बेदाग नही है।क्योंकि,इन ट्रकों के स्वामी,कारोबारी व तस्कर सिंडिकेट अब भी पकड़ के बाहर हैं।सवाल यह भी है कि पटना कस्टम कमिश्नर को एक्शन में क्यों आना पड़ा?एसएसबी के इस ऑपरेशन में शामिल होने से पूरे मामले के पीछे केंद्र सरकार के कड़े तेवर के संकेत मिल रहे हैं।