Saturday, November 23

सिरिसिया नदी को प्रदूषित करने वाले फैक्ट्री संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की चेतावनी!

-सिरिसिया नदी प्रदूषण बीरगंज व रक्सौल के लिए है जन मुद्दा,मामले पर बीरगंज प्रशासन गम्भीर

बीरगंज।(vor desk )।नेपाल के बीरगंज प्रशासन व महानगर पालिका सिरिसिया नदी को प्रदूषणमुक्त करने के लिए कमर कस चुकी है।सिरिसिया नदी या किसी अन्य नदी व तालाब को प्रदूषित करने वाले उद्योग-कल कारखाना को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है।और जो भी दोषी पाए जाएंगे।उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।यह चेतावनी बीरगंज समेत पर्सा जिला के विभिन्न उधमियों के साथ हुई बैठक में बीरगंज प्रशासन द्वारा जारी की गई।बुधवार को बीरगंज उधोग वाणिज्य संघ के कार्यकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उधोग प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बीरगंज महानगरपालिका के नगर प्रमुख विजय कुमार सरावगी व पर्सा जिला के प्रमुख जिल्ला अधिकारी नारायण प्रसाद भट्टराई ने कहा कि यहां के उद्यमी-फैक्ट्री संचालक अपना रवैया सुधार लें।फैक्ट्री का कूड़ा कचरा व रसायन नदी में डालना बन्द कर दें।या अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में नगर प्रमुख सरावगी ने कहा कि नदी तथा नदी तट को प्रदूषित करने वाले फैक्ट्रियों को चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।यदि शिकायत मिली,तो फैक्ट्री संचालको पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने कहा कि पर्सा जिला के सभी वार्ड अध्यक्षगण को अपने अपने वार्ड में फैक्ट्रियों का अनुगमन करने के लिए पत्राचार किया गया है।प्रशासन भी अपने स्तर से जांच करेगी।यदि शिकायत मिली,तो,उसमे कोई समझौता नही होगा।उन्होंने कहा कि फैक्ट्री संचालन के इजाजत लेते वक्त मिले दिशा निर्देश के उलंघन को बर्दाश्त नही किया जा सकता।फैक्ट्री सञ्चालक फैक्ट्री लाइसेंस के लिए किए गए करार का पूर्ण अनुपालन करें।इसकी प्रतिबद्धता जाहिर करें।उन्होंने कहा कि सिरिसिया नदी प्रदूषण न केवल जन जीवन के लिए घातक है।बल्कि,इससे बदनामी भी हो रही है।
बीरगन्ज उधोग वाणिज्य संघ के उक्त कार्यक्रम में पर्सा जिला के प्रमुख जिला अधिकारी नारायण प्रसाद भट्टराई ने कहा कि नदी व तालाब को स्वच्छ रखने के लिए प्रशासन संकल्पित है। जिला प्रशासन कार्यालय व महानगपालिका ने संयुक्त रूप से इसके लिए अभियान छेड़ दिया है।इसी सहकार्य के तहत छठ पर्व से इस मुहिम को आगे बढ़ाया गया।सिरिसिया नदी को प्रदूषित करने पर सख्ती शुरु की गई।नदी को स्वच्छ रखने की पहल हुई।उन्होंने कहा कि यह अभियान निरन्तर जारी रहेगा।इसके विरुद्ध जाने वालों पर कार्रवाई तय है। उन्होंने कहा कि सिर्सिया नदि कोरीडोर में अवस्थित अधिकांश उधोग का अपने स्तर से अनुगमन किया।इसी कड़ी में दो फैक्ट्रियों पर कारवाई की गई।उन्होंने बताया कि अधिकांश उद्योग प्रदूषण में लिप्त पाए गए।अब अनुगमन व कार्रवाई की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी।

वहीं,कार्यक्रम में बीरगंज उधोग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष गोपाल केडिया ने अपील किया कि फैक्ट्री सञ्चालक विगत की अपनी गलतियों को सुधार करें।और नदी को स्वच्छ रखने में सहयोग करें।फैक्ट्री के कचरा व रसायन का शुद्धिकरण कर ही जल नदी में प्रवाहित करें।कानून व नियमो का अनुपालन करें।कार्यक्रम में उधोग वाणिज्य संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुवोध गुप्ता ,राष्ट्रिय अनुसंधान कार्यालय पर्सा के एसपी कुमार खडका,जिला प्रहरी कार्यालय पर्सा के डीएसपी गौतम थापा ,नगर प्रमुख के प्रेस सलाहकार गोविन्द देवकोटा समेत विभिन्न फैक्ट्रियों के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

क्या है मामला:नेपाल की पहाड़ी नदी सिरिसिया पर्सा जिला से गुजरते हुए बीरगंज से रक्सौल पहुचती है।रक्सौल में इसे सरिसवा के नाम से पुकारा जाता है।नेपाली फैक्ट्रियों के कूड़ा कचरा और रसायन उत्सर्जन के कारण यह पावन नदी प्रदूषित हो चुकी है।इससे बीरगंज और रक्सौल के लाखों लोग प्रभावित हैं।घातक बीमारियों से सैकड़ो लोगों की मौत हो चुकी है।इस नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कोई एक दशक से ज्यादा समय से दोनों ओर आंदोलन जारी है।बीरगंज प्रशासन ने पूर्व में रितेश त्रिपाठी कमिटी भी गठित किया था।जिसने जांच में पर्सा और बारा जिला के 48 फैक्ट्रियों को दोषी बताते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की थी।कमिटी ने इस स्थिति को पर्यावरण ,मानवाधिकार व भारत नेपाल मैत्री रिश्ते के विरुद्ध माना था।इस रिपोर्ट के बाद मामले में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने भी पहल करते हुए नेपाल सरकार का ध्यानाकृष्ट किया।तो,भारतीय क्षेत्र में सरिसवा नदी मामले को नमामि गंगे योजना से जोड़ कर इसे स्वच्छ बनाने की प्रक्रिया भी जारी है।लेकिन,धरातल पर अब तक कोई ठोस व सकरात्मक पहल दृष्टगोचर नही है।इधर,छठ पर्व पर सरिसवा नदी में स्वच्छ जल प्रवाहित करने की दिशा में पहल हुई।जिसे निरन्तरता देने के लिए भारी जनदवाब बन गया है।बीरगंज नगर प्रमुख विजय सरावगी ने संकल्प जताया है कि अगले वर्ष छठ में किसी कीमत पर सिरिसिया नदी प्रदूषित नही रहेगी।नदी को संरक्षित -संवर्धित करने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है।

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