रक्सौल।(vor desk)। पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सह कांग्रेस नेता रामबाबू यादव ने कहा कि इस सरकार में किसानो का सुनने वाला कोई नही है।तो, ओडीएफ धरातल पर नदारद है।किसानों को सब्सिडी और खाद्य-बीज के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोन लेने के लिए किसानों को लाख रुपया में पन्द्रह बीस-हजार रुपया बिचौलियों को घुस देना पड़ रहा है। तब जा कर लोन पास हो रहा है।उन्होंने कहा कि जो अन्नदाता आम लोगो का पेट भरते हैं।आज वही किसान कर्ज में डूबे हुए हैं।उन्होंने रक्सौल प्रखण्ड के लौकहा स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता में एनडीए सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि तक किसान के पास अनाज रहता है तो वो गजरा के भाव मे बिकता है और वही जब मंडी में चला जाता है तो उसका दाम आसमाँन छू लेता है। केंद्र सरकार विरोधी है ही साथ साथ बिहार सरकार भी सौतेला व्यवहार कर रही है। आठ दस माह हो गया अभी तक किसानों के गन्ना का भुगतान नही हो सका। किसान आखिर क्या करे।उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द अगर गन्ना किसानों को बकाया भुगतान नही किया गया तो बहुत बड़े पैमाने में विरोध प्रदर्शन व आंदोलन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि सूबे में भ्रष्टाचार चरम सीमा में है।बिना घुस के कोई काम नही होता। उक्त अवसर पर राजू महतो, कृष्णा प्रसाद गुप्ता, विश्वनाथ यादव, नागेश्वर महतो, मनोज गुप्ता, वेद प्रकाश, अनिल मिश्रा, जाहिर अहमद, मुकुरधुन पटेल व देवानन पटेल इत्यादि उपस्थित थे।