रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल रेलवे जंक्शन परिसर स्थित कोचिंग डिपो के सभा हॉल में मंगलवार को सीडब्ल्यूएस हरिशंकर सिंह की अध्यक्षता में भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की 133 वी जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई।इस मौके पर वक्ताओं ने बाबा साहेब अम्बेडकर के विचारों और आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया।कार्यक्रम का शुभारंभ उपाध्यक्ष राजू पासवान,शाखा इंचार्ज एसके प्रेमी सहित अन्य के दीप प्रज्जवलित व बाबा साहेब के तैलीय चित्र पर पुष्पर्पण के हुआ।मुख्य अतिथि एडीएमई ध्रुव कुमार झा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब भारतीय आकाश के धूर्वतारा थे,जिन्होंने विष्मतावादी व्यवस्था को खत्म कर न्याय बंधुत्व के साथ समतामूलक व्यवस्था की स्थापना की।श्री झा ने कहा कि शिक्षा को उन्होंने सर्वोपरी स्थान दिया तथा वृहत्तर भारत के एकता और अखंडता के लिए एक ऐसा संविधान दिया,जिससे भारतीय लोकतंत्र पूरी मजबूती से खड़ा है और सबको अवसर की समानता के साथ जीने का हक है।वही, अम्बेडकर ज्ञान मंच के संस्थापक मुनेश राम ने समाज को नशामुक्त शिक्षयुक्त बनाने के लिए सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों से आगे आने का आह्वान किया तथा कहा कि हम जाति या धर्म के कोई भी हो,हम प्रथमतः व अंततः भारतीय है,इस सोच के साथ खुद के अंदर मानवीय संवेदना कायम करने होंगे।वही,अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने अभिवंचित व गरीब तबके के बच्चों को ऊंची शिक्षा हासिल करने में कोई आर्थिक बाधा नहीं आए,ऐसे बच्चों को मंच की ओर से हरसंभव सहयोग की प्रतिबद्धता जताई।पत्रकार राजेश केशरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब ने भेदभावपूर्ण व्यवस्था के खात्मे के लिए संविधान जैसा राष्ट्रीय ग्रंथ दिया,जिसमें किसी भी जाति या धर्म को मानने की स्वतंत्रता है।वे सच्चे राष्ट्रभक्त और विश्वस्तरीय विद्वानों के साथ एक महान अर्थशास्त्री और कानूनविद भी थे।इंचार्ज एसके प्रेमी ने भी बाबा साहेब के जीवनी और संघर्षों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपाध्यक्ष राजू पासवान ने कहा कि बाबा साहेब शोषित पीड़ित मानवता के साथ ही महिलाओ और मजदूरों के सच्चे हितैषी थे।वही,आयोजक दिनेश कुमार राम ने आगत अतिथियों को शॉल ओढ़ा बुके देकर बारी बारी स्वागत भी किया।मौके पर दीपक कुमार,राम सिंहासन बैठा,चंद्रमोहन चौधरी,जयंत कुमार,सुमित कुमार,ज्योति शंकर सिंह,छोटेलाल राम आदि मौजूद रहे।