
रक्सौल।( vor desk )।नारी शक्ति अब हर क्षेत्र में अपना झंडा गाड़ रही है।अपनी उपलब्धियों से वे न केवल श्रद्धा की पात्र बन रही हैं,बल्कि,अपने पैरों पर खड़ा हो कर यह साबित कर रही हैं कि हम किसी से कम नहीं।शिप्रा सिन्हा इसी का उदाहरण है।जिन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर

विशाखापट्टनम से आईआईएम से एमबीए (फाइनांस )की उपाधि हासिल किया है।शिप्रा को दीक्षांत समारोह में देश के उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उक्त उपाधि प्रदान किया है। बता दे कि शिप्रा जीवन कुमार सिन्हा व पुष्पा सिन्हा की पुत्री है।जो शहर के एस ए वी विद्यालय की छात्रा रह चुकी है।जीवन सिन्हा रक्सौल रेलवे में मुख्य टीटीई थे और माता एस ए वी विद्यालय में शिक्षका थी।प्रारम्भिक शिक्षा दीक्षा रक्सौल स्थित एसएवी स्कूल में मिली थी।फिर कड़ी मेहनत व लग्न के परिणामस्वरूप उच्च शिक्षा के पायदान पर चढ़ते हुए विशाखापत्तनम स्थित आईआईएम में दाखिला ली ।जहाँ उसे यह सम्मान मिला है।शिप्रा के पापा जीवन सिन्हा ने इस सफलता का श्रेय उसके प्रारम्भिक शिक्षा को दी है।जबकि,शिप्रा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ ही गुरुजनों को देती है।उसका कहना है कि यदि मन मे विश्वास हो और योजनाबद्ध ढंग से कठिन परिश्रम की जाए,तो,सफलता अवश्य मिलती है।इस सफलता पर एसएवी विद्यालय के प्राचार्य साईमन रैक्स,प्रबन्धक अरविंद कुमार सिंह,शिक्षक विक्टर डेका, आकाश कुमार,नीतीश कुमार,अभिषेक सिंह,सुमित कुमार ने बधाई देते हुए शिप्रा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
