बीरगंज।(vor desk )।नेपाल को खुला शौच मुक्त देश घोषित कर दिया गया है।नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने पेय जल आपूर्ति व स्वच्छता मंत्रालय द्वारा काठमांडू के राष्ट्रीय सभागार में आयोजित समारोह में सोमवार को उक्त घोषणा की गई है।ओली ने कहा कि नेपाल के 77 जिलों के 753 स्थानीय निकाय द्वारा खुला शौच मुक्त योजना के कार्यान्वयन के बाद उक्त घोषणा की गई है।अब नेपाल खुला शौच मुक्त व स्वच्छता की ओर अग्रसर राष्ट्र बन गया है।उन्होंने इस दौरान दावा किया कि वर्ष 2030 तक नेपाल के विकास का लक्ष्य पूरा होगा।
दावा किया गया है कि इस घोषणा के बाद नेपाल दक्षिण एशिया का पहला खुला शौच मुक्त राष्ट्र बन गया है।
बताया गया है कि इस लक्ष्य को 2017 में ही पूर्ण करना था।भारत सरकार की तरह ही नेपाल सरकार ने भी खुले में शौच पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठा रखे हैं। नेपाल सरकार ने अपने नागरिकों को सख्त हिदायत दे रखी थी कि जो भी व्यक्ति खुले में शौच के लिए जाएगा, वह तमाम सरकारी सुविधाओं से वंचित हो जाएगा। इसके लिए प्रत्येक परिवार को राशन कार्ड की तरह एक सफाई कार्ड दिया गया है।
बताया गया कि इस सफाई कार्ड के अभाव में व्यक्ति को न तो नेपाल सरकार से नागरिकता प्रमाण पत्र मिलेगा और न ही बिजली-पानी का कनेक्शन, पेंशन, विवाह प्रमाण पत्र अथवा अन्य कोई भी सुविधा।
सूत्रों ने बताया कि साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, नेपाली घरों में शौचालय (61.8 प्रतिशत) से अधिक मोबाइल (63.6 फीसदी) था। हाल ही में जल आपूर्ति व स्वच्छता विभाग ने जो आंकड़े जारी किए, उनसे पता चलता है कि पक्के शौचालय के बिना जीवन गुजारने वाले लोगों की संख्या में अब न्यून है।
2011 में 38.2 फीसदी नेपाली लोगों की पहुंच पक्के शौचालयों तक नहीं थी।हालांकि,आंकड़े से इतर तराई क्षेत्र में स्थिति बहुत अच्छी नही है।