रक्सौल।(vor desk)। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत मंगलवार को रक्सौल स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में शिविर आयोजित हुई।जिसमे भीषण गर्मी के कारण शिविर में गर्भवती महिलाओ की संख्या में कमी देखी गईं।
शिविर में जांच के लिए पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओ की संख्या करीब 78 रही।जबकि,पूर्व में यह संख्या तीन चार सौ तक पहुंच जाया करती थी।
बताया गया की गर्भवती महिलाओं के लिए प्रत्येक माह यह शिविर प्रत्येक माह 9 तारीख को लगता है।क्रिटिकल केशो के लिए 21 तारीख को शिविर आयोजित होती है।अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन कुमार के देख रेख में डॉ प्रिया साह के नेतृत्व वाली मेडिकल टीम में शामिल डॉ प्रकाश मिश्रा,एल टी दीप राज,नवीन ,उज्ज्वल समेत,सी एचओ ,जीएनएम व एएनएम आदि ने गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच किया। प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओ के वजन,बीपी,हीमोग्लोबिन,एचआईवी,सुगर,आरपीआर,शिशु धड़कन समेत अन्य आवश्यक जांच की गई।साथ ही उन्हें प्रसव पूर्व व प्रसव बाद के खतरों के लक्षण व उससे बचाव हेतु परहेज के प्रति जागरूक किया गया।
शिविर में डॉ प्रिया साह ने जागरूक करते हुए बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है। इससे बच्चे का समुचित विकास होता है। रोजाना संतुलित आहार और हल्का-फुल्का एक्सरसाइज एवं योग करनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान हर तीन घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। पौष्टिक युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर से समय-समय पर जांच जरूरी है।
शिविर में गर्भवती महिलाओ को आयरन ,कैल्शियम,फोलिक एसिड आदि की गोलिया दी गई। पूछने पर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन कुमार ने बताया की अस्पताल में प्रति दिन 30-40 एएनएसी जांच हो रही है,जिससे काफी सुविधा हो रही है।शिविर में एक ही दिन एक काउंटर पर सभी जांच होती है,लेकिन,भीषण गर्मी की वजह से संख्या कम हुई है।बता दे कि इस शिविर का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर रोकने के उद्देश्य से महिलाओं के प्रजनन व स्वास्थ्य मोनिटरिंग करना है।