रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल प्रखंड परिसर में शुक्रवार को अम्बेडकर ज्ञान मंच के तत्वावधान में बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर विश्वगुरू तथागत गौतम बुद्ध की 2567 वी जयंती मनाई गई।इस मौके पर श्रद्धालुओं ने सिद्धार्थ गौतम बुद्ध के तैलीय चित्र के समक्ष मंच के संस्थापक मुनेश राम,अध्यक्ष रविंद्र कुमार,राजेंद्र रजक,सुमित कुमार यादव आदि ने संयुक्त रूप से पंचदीप जला बुद्ध को नमन किया।साथ ही श्रद्धालुओं ने गौतम बुद्ध के जीवनी और संदेशों पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में दुनियां के लिए बुद्ध के विचारों आवश्यक करार दिया,जिन्होंने सम्यक करुणा मैत्री,सत्य,अहिंसा,तर्क,विज्ञान,शील,प्रज्ञा व आत्म अनुभूति से स्वयं अपना प्रकाश बनने का संदेश दिया था।मंच के संस्थापक मुनेश राम ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर पुनः भारत व बिहार सरकार से रक्सौल शहर को जिला बनाने और बुद्ध सर्किट से जोड़ने,सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय गौतम बुद्ध द्वार की स्थापना करने,रेलवे के तालाब को विकसित कर गौतम बुद्ध पार्क बनाने व तालाब के बीचोबीच गौतम बुद्ध की ध्यानस्थ मुद्रा में विशाल प्रतिमा का अनावरण करने की मांग की तथा कहा कि रक्सौल से महज छह किमी की दूरी पर आदापुर के चैनपुर में स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप सीमा पार बिरगंज(भिस्वा) के बौद्ध स्तूप में काफी समानता है,जिसका पुरातात्विक विभाग से उत्खनन कराया जाना जरूरी है और ठीक इसी के सामने विश्व का सबसे ऊंचा बौद्ध स्तूप केसरिया भी अवस्थित है।अतः बुद्ध की जन्मस्थली नेपाल के लुंबिनी और ज्ञानस्थली बौद्ध गया से जोड़ने के लिए रक्सौल –बिरगंज ही सुगम मार्ग है,इसलिए रक्सौल को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की जरूरत है।कार्यक्रम की अध्यक्षता रविंद्र कुमार
ने किया,जबकि मौके पर अंचल नाजिर राजेंद्र रजक, दीपक कुमार,शाहरुख अंसारी,सुमित कुमार यादव,भाग्य नारायण साह, बीसी घनश्याम राम,मनीष कुमार पटेल,अनिकेत कुमार पटेल, धुरेंद्र प्रसाद,मानसी कुमारी, पारु कुमारी,ओमप्रकाश कुशवाहा,सुरेंद्र गोंड आदि शामिल हुए।