रक्सौल।(vor desk)। सोमवार को स्कूल प्रशासन की लापरवाही से एक चार वर्षीय छात्र स्कूल से निकल कर भटकता हुआ डेढ़ किलोमीटर दूर रक्सौल बाज़ार तक पहुँच गया।ये अच्छा रहा कि रक्सौल एसएसबी ड्यूटी पोस्ट पर तैनात जवानों ने अकेले भटकते बच्चे को देखकर रोक लिया और उसको उसके पिता को सुरक्षित सौंप दिया।
सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो ये थी कि बच्चा खो जाने की जानकरी फेथ मिशन एकेडेमी स्कूल ( डंकन के पास डुमरीयाटोला) रक्सौल को तब लगी जब यह चर्चा हो रही थी कि एसएसबी के पास कोई खोया हुआ बच्चा मिला है ।तब किसी ने स्कूल में पूछा कि कहीं आपके स्कूल का बच्चा तो गुम नहीं हुआ है ? तब प्रथम कक्षा के बच्चे के गुम होने की जानकारी हुई।
बताते हैं कि स्कूल से जब बच्चे निकल रहे थे ,तो बच्चे पर स्कूल प्रशासन का ध्यान नहीं गया। जबकि छोटा बच्चा भटकते हुए लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर कस्टम चौक से होते हुए रक्सौल बाज़ार में भटकते हुए पहुँच गया। एक आश्चर्य की बात ये भी रही कि बच्चे को एक भी समझदार व्यक्ति नहीं मिला जो उससे पूछता कि अकेले कहाँ जा रहा रहे हो ?
सूत्रों के मुताबिक,लोगों द्वारा बताये जाने के बाद फेथ मिशन एकेडेमी स्कूल प्रशासन के हाथ पैर फुल गए और गुमशुदा बच्चे को खोजने लगे। बच्चे के माता पिता भी इधर उधर भटकने लगे।
जबकि भारत नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के मामले बहुत देखने में आते हैं। यदि बच्चा किसी मानव तस्करी गैंग या भिखारी गैंग के हाथ लग जाता तो बहुत अनर्थ हो सकता था, किन्तु एसएसबी ड्यूटी पोस्ट पर तैनात जवानों की सतर्कता से बच्चा अपने पिता के पास सुरक्षित पहुँच गया।
बच्चे के पिता ने एसएसबी को धन्यवाद् दिया और कहा कि उनके बच्चे को एक नया जीवन मिला है।