बच्चों के नंबर पर नहीं, उसके ज्ञान को बढ़ाना है उदेश्य : अरूण
रक्सौल। (Vor desk)। जिंदगी में सफल होना तो सफलता को पैसे से कभी मत आंकना. सफलता को इससे आकंना कि जिंदगी में कितने लोगों को आपसे फायदा हुआ है. आप अपने चरित्र पर ध्यान दिजीए, किसी भी फिल्ड में जाने पर आपका चरित्र ही आपको संबल प्रदान करता है. आपका चरित्र मजबूत है तो इससे समाज का चरित्र मजबूत बनता है और समाज का चरित्र मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा. उक्त बातें कमांडिंग ऑफिसर सैनिक कल्याण बोर्ड पूर्वी-पश्चिमी चंपारण कर्नल ए के राणा ने बुधवार को शहर के बाइपास स्थित संत माइकल इंग्लिश स्कूल के 5 वें वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. उद्घाटनकर्ता के तौर पर कार्यक्रम में शामिल कर्नल राणा ने कहा कि विधार्थी जीवन से लेकर हर किसी को अनुशासन में रहना जरूरी होता है, इससे समाज में आपकी एक अलग पहचान बनती है.
इधर, संत माइकल स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित करके की गयी. जिसमें उद्घाटनकर्ता कर्नल श्री राणा के साथ-साथ मुख्य अतिथि अनुमंडल पदाधिकारी आरती, एएसपी चंद्रप्रकाश, नगर सभापति धुरपति देवी, एसआरपी अस्पताल के निदेशक डॉ सुजीत कुमार, विद्यालय के चेयरमैन अरूण कुमार सिंह व समाजसेवियों के द्वारा किया गया. बच्चों को संबोधित करते हुए एसडीओ आरती ने उनके प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि रक्सौल में शिक्षा क्षेत्र में इस विद्यालय का उल्लेखनिय योगदान है.
उनके द्वारा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में प्रस्तुती देने वाले बच्चों के प्रतिभा की भी तारिफ की गयी. वहीं एएसपी चंद्रप्रकाश ने कहा कि बच्चों के अंदर छूपी प्रतिभा को पहचानकर उसको निखारने का काम होना चाहिए. जरूरी नहीं है कि हर बच्चा डॉक्टर, इनजीनियर बनें, कोई बच्चा एक सफल क्रिकेटर, गायक, राजनेता, संगीतकार, अभिनेता भी बन सकता है. इसके लिए जरूरी है कि हम बच्चों की जिस विषय में रूचि है, उसके साथ उसको आगे बढ़ने दे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के चेयरमैन अरूण कुमार सिंह ने कहा कि बच्चों के नंबर पर कभी ध्यान नहीं देना चाहिए. नंबर से अधिक जरूरी है कि बच्चा पाठ को कितना समझ रहा है. मेरी टीम के द्वारा लगातार बच्चों के सर्वागींण विकास को लेकर काम करती है और हर वर्ग में बच्चों को विशेष निगरानी में रखकर उनके शैक्षणिक सुधार को लेकर कार्य किया जाता है. साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर थोड़ा समय दें. बच्चों के सर्वागींण विकास में अभिभावकों की भी भूमिका होती है, विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक अपना सहयोग दे तो बच्चा जरूर सफल होता है. वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के बच्चों के द्वारा कई तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुती दी गयी. जिसे उपस्थित लोगों ने खुब सराहा. विद्यालय के प्राचार्य एम सत्यजीत दास ने बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से विविधता में एकता वाली भारत की संस्कृति को दिखाने का प्रयास किया गया है. कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों में समर्थ गुप्ता, मो. फैज, स्मृती, तरन्नुम, श्रृष्टि, लवली, कुमकुम सहित अन्य शामिल थे. मौके पर सुरेश यादव, भैरव प्रसाद, ओमप्रकाश गुप्ता, कुंदन सिंह, उदय सिंह, बी के सिंह, गूड्डू सिंह, हरिकिशोर प्रसाद, रजनीश प्रियदर्शी, आलोक श्रीवास्तव, राज कुमार गुप्ता, पूर्णिमा भारती, मुनेश राम, दीपक गुप्ता, राजेश प्रसाद, मुकेश कुमार, सुनिल कुमार सहित सैकड़ो की संख्या में अभिभावक व बच्चें मौजूद थे. वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान बच्चों के द्वारा दी गयी दर्जनों प्रस्तुती को सभी ने खुब सराहा और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी.
पर्यावरण संरक्षण का दिया गया संदेश
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान आगत अतिथियों को संत माइकल इंग्लिश स्कूल के प्रबंधन के द्वारा पौधा देकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. अतिथियों ने भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में विद्यालय प्रबंधन के इस प्रयास की सराहना की.