रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल के हजारी मल उच्च विद्यालय के सेवा निवृत्त शिक्षक कन्हैया प्रसाद को शिद्दत से याद किया गया। शहर के बुद्धिजीवी,साहित्यकार, पत्रकार समाजसेवी,शिक्षक सभी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रक्सौल ने शिक्षा,साहित्य व पत्रकारिता जगत का एक सितारा खो दिया।उनका निधन बड़ी क्षति है।जिसकी भरपाई सम्भव नहीं।
उक्त उद्गार साहित्यिक व सामाजिक संस्था संभावना के तत्वाधान में रक्सौल के वयोवृद्ध शिक्षक,लेखक व पत्रकार कन्हैया प्रसाद के निधन पर बुधवार को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में व्यक्त किया गया।शहर के श्रीराम-जानकी मंदिर परिसर में आयोजित श्रद्धांजली सभा में गण्य मान्य लोगों ने एक स्वर से उनके निधन पर दुःख प्रकट किया।
संभावना संस्था के अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्ता ने कन्हैया बाबू के निधन को रक्सौल के पत्रकारिता ,शिक्षण व लेखन कार्य के एक युग का अंत करार दिया ।और कहा कि वे सदा प्रेरणा स्तोत्र बने रहेंगे।वहीं सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सामाजिक व सांस्कृतिक प्रतिभा के धनी थे,उन्होंने रक्सौल के इतिहास को सहित्यिक पटल पर उकेरने में महारत हासिल किया।उनके सानिध्य का परिणाम रहा कि उनके नवासे राहुल कुमार सिंह आईएएस बनकर बिहार के कई जिले में अपनी महती भूमिका निभा रहे है।वहीं भाजपा के जिला उपाध्यक्ष प्रो0 डॉ0 अनिल कुमार सिन्हा ने उन्हें शिक्षा का सजग प्रहरी बताते हुए कहा कि उनके सानिध्य में कई शिष्यों ने गुरुकुल की भांति ज्ञान अर्जन कर क्षेत्र का न रौशन किया है। प्रो0 स्वम्भू शलभ ने शिक्षक होने के साथ एक पत्रकार व लेखक के रूप में उन्हें सफल व्यक्तित्व बताया।उन्होंने कहा कि वे प्रकाश देने वाले थे।उनके निधन से अपूर्णीय क्षति पहुची है।
वहीं,पत्रकार व शिक्षक मुनेश राम ने उन्हें एक आदर्श शिक्षक बताते हुए कहा कि वे पिछड़े व उपेक्षितों को भी स्नेह,सम्मान व मार्ग दर्शन देते रहे।जबकि पत्रकार दीपक अग्निरथ ने उनकी कृति ‘रक्सौल: अतीत व वर्तमान’ को अनमोल कृति बताते हुए कहा कि वे पहले ऐसे पत्रकार व सम्पादक थे जिन्होंने रक्सौल से अंग्रेजी अखबार कल्चरल ब्रिज का सम्पादन किया था।रक्सौल पर अपनी पुस्तक के दूसरे संस्करण के प्रकाशन की इच्छा अधूरी रह गई।यदि यह प्रकाशित हो सका,तो एक सच्ची श्रद्धांजलि साबित होगा।
इस मौके पर दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।साथ ही प्रो0 रामशंकर प्रसाद के नेतृत्व में शांति पाठ किया गया।
मंच संचालन शिक्षक रविन्द्र मिश्रा ने किया।मौके पर संभावना संस्था के सह अध्यक्ष शिव पूजन प्रसाद, संगठन मंत्री रविन्द्र मिश्रा,नगर परिषद के पूर्व सभापति ओम प्रकाश गुप्ता,नगर पार्षद प्रेम चन्द्र कुशवाहा,पूर्व नगर पार्षद सुरेश कुमार, प्रो0 रामशंकर प्रसाद,राजकिशोर सिंह,प्रो0 हजारी प्रसाद गुप्ता,प्रो0 सत्य देव सुमन,पेंटर पन्नालाल प्रसाद,कुमार नागेश्वर प्रसाद,शिक्षक विशंभर प्रसाद गुप्ता,अवधेश प्रसाद,रजनीश प्रियदर्शी,जय कुमार अजेय,जगदीश प्रसाद,मोहन प्रसाद,नारायण प्रसाद,ई0 राम दास प्रसाद,बबलू कुमार, बैजू जायसवाल,विनोद गुप्ता,राजकुमार गुप्ता,दीपक कुमार, धीरज कुमार,श्यामा प्रसाद,चन्दन गुप्ता,विजय कुमार,प्रह्लाद प्रसाद,विपिन कुशवाहा,गणेश शंकर,मुनेश राम इत्यादि उपस्थित थे।जिन्होंने उनके निधन पर भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दे कि स्थानीय हजारीमल उच्च माध्यमिक +2 विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षक कन्हैया प्रसाद का निधन उपचार के क्रम में पटना में हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अपने ज्येष्ठ पुत्र के पास पटना में रह रहे थे। कन्हैया प्रसाद की पहचान रक्सौल के जानेमाने शिक्षाविद के रूप में थी।उन्होंने ‘सांस्कृतिक सेतु’ व ‘कल्चरल ब्रिज ‘समेत अनेक पत्र पत्रिकाओं का संपादन किया। विद्यालय की वार्षिक पत्रिका ‘अरुणिमा’ व ‘कलवार संदेश’ के संपादक रहे। ‘रक्सौल: अतीत और वर्तमान’ उनकी एक ऐतिहासिक कृति है।