रक्सौल।( vor desk )।कांग्रेस नेत्री लवली शाह ने कहा कि नए कृषि कानून को रद्द करने से कम कुछ भी हमे मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा, केंद्र को कृषकों की मांगे स्वीकार करनी ही होगी. हम केवल किसानों का हित चाहते हैं.
लवली ने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों को तुरंत रद्द किया जाए और बिजली के निजीकरण पर रोक लगाई जाए. इससे केवल किसान का रोजगार ही खत्म नहीं होगा बल्कि आम जनता भी प्रभावित होगी. जिस युवा वर्ग को इस सरकार से बड़ी उम्मीदें थी, आज उन युवाओं के सपने पूरी तरह टूट चुके हैं. यही सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कहती थी, लेकिन आज दोगुनी तो क्या, बड़े कॉरपोरेट घरानों के हक में लगातार कानून बनाने पर लगी हुई है.
उन्होंने कहा कि हमने पिछले कई माह से किसानों की लड़ाई लड़ते हुए देखा है कि यह सरकार पूरी तरह तानाशाह पर तुली है. लेकिन दुनिया का इतिहास है कि हिटलर जैसे तानाशाह शासकों का जो हश्र हुआ था, भविष्य में इस सरकार के साथ भी वैसा ही होगा.उन्होंने कहा कि कृषि कानून के समर्थन में सभी वर्गों को आगे आने की जरूरत है.उन्होंने दावा किया कि भारत बन्द सफल रहा.उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी कांग्रेस किसान के खिलाफ कानून वापस नही लेने पर सड़क पर उतरेगी.उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता के दौरान किसानों का कर्ज भी माफ करती रही.हिम्मत है तो एनडीए भी कांग्रेस की तरह आगे आये.किसानों की सुने,कर्ज माफी करे,कानून वापस ले.