रक्सौल।( vor desk )।डॉक्टर भीमराव अंबेडकर करोड़ों शोषितों, वंचितों ,दलितों के मसीहा थे ।जिन्होंने आजीवन इस उपेक्षित वर्ग को सम्मान दिलाने के लिए जीवन भर कार्य करते रहें। डॉक्टर अंबेडकर भारत माता के महान सपूत थे जिन पर भारत को गर्व है। उक्त बातें आज युवा सहयोग दल द्वारा आयोजित बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर बाबासाहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद दल के संरक्षक एवं शिक्षक प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश संयोजक प्रो0 डॉ0 अनिल कुमार सिन्हा ने कही। प्रो0 सिन्हा ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित विश्वस्तरीय विधिवेत्ता एवं भारतीय संविधान के निर्माता थे जिनकी दूर दृष्टि का ही परिणाम है कि विदेशी ताकतों को मुंह की खानी पड़ी। आज उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है एवं लोगों को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए साथ ही समाज में व्याप्त भेदभाव को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। उक्त अवसर पर दल के अध्यक्ष संतोष कुमार छात्रवंशी ने कहा कि एक अस्पृश्य परिवार में जन्म लेकर अस्पृश्यता से लड़ते हुए अपने जीवन को न्योछावर कर दिया।
भारतीय तिरंगे में अशोक चक्र को जगह देने का श्रेय भी डॉक्टर बाबा साहब को ही जाता है। डॉक्टर बाबा साहब कुल 64 विषयों में मास्टर थे। उन्होंने धर्म परिवर्तन करते हुए कहा था कि मैं भारत माता की भूमि से निकला हूं और वैसा ही धर्म अपनाऊंगा जो भारत की भूमि से निकला है जबकि विदेशी ताकतें अपने धर्म में लाने के लिए प्रयासरत थी। लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से” डॉक्टर ऑल साइंस'” नामक अनमोल डॉक्टरेट पदवी प्राप्त करने वाले बाबा साहब विश्व के पहले और एकमात्र महापुरुष हैं। उनको 1990 में भारत रत्न की उपाधि प्रदान की गई जबकि देश की आजादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लेने वाले और जीवन भर असमानता एवं भेदभाव के विरुद्ध लड़ते रहे और कांग्रेस ने उनके जीवनकाल में ही उनकी उपेक्षा की।मौके पर समरजीत कुमार, नीरज कुशवाहा ,प्रकाश श्रीवास्तव,रोहित गुप्ता,अंकित मिश्र,सतीश केशरी,सूरज पटेल,वीवंश कुमार,अरुण कुमार,घनश्याम गुप्ता,राज वर्मा,मुकेश कुमार,राम शर्मा आदि उपस्थित थे ।