Sunday, September 22

रक्सौल में फल फूल रही है भण्डारा संस्कृति, शहर को मिली है अलग पहचान!


-भण्डारा के जरिये सेवा कार्य मे सैकड़ो समूह सक्रिय,नही बचता कही भी प्रसाद


रक्सौल।(vor desk )।सीमावर्ती शहर रक्सौल में नवरात्र मेला के अवसर पर जगह जगह भण्डारा का आयोजन किया गया।शहर में यह परंपरा की तरह बन गई है।भण्डारा कराने वालों की।संख्या दिनों दिन बढ़ रही है।जिसने भण्डारा के जरिये सेवा भाव से रक्सौल शहर को अलग पहचान मिली है।

पिछले करीब एक दशक से बैंक रोड के ओल्ड इंडियन ऑयल रोड चौक पर स्थानीय युवा व्यवसायियों द्वारा भण्डारा आयोजित होता रहा है।इस बार भी यहां भण्डारा चला।भण्डारा आयोजन समिति से जुड़े पप्पू ,अमित चौधरी,विक्रम कुमार,हरिओम कुमार , जयप्रकाश, आदि बताते हैं कि इसके लिए कोई अलग तैयारी नही होती।श्रद्धा के साथ सेवा का संकल्प होता है।और आपसी सहयोग से भण्डारा आयोजित हो जाता है।इस कार्य मे शरीक हो सेवा करने वाले धीरज श्रीवास्तव,राजन कुमार,अवधेश कुमार,रितेश कुमार, संदीप कुमार, मोनू शर्मा,विकी कुमार आदि ने बताया कि मेला में आये श्रद्धालु प्रसाद खुशी खुशी ग्रहण करते हैं।हजारों लोग इस भण्डारा का प्रसाद खाते हैं।यह एक परंपरा बन गई है।

वहीं,चौरसिया(बरई)समाज सेवा संघ की रक्सौल इकाई द्वारा भी विगत कई वर्षों से भण्डारा आयोजित किया जाता है।इस बार भी शारदीय नवरात्र के अवसर पर भण्डारा सह प्राथमिक उपचार शिविर का आयोजन हुआ। मेन रोड -कोइरिया टोला अवस्थित चौरसिया हार्डवेयर परिसर में इसका शुभारम्भ संघ के अध्यक्ष सह राष्ट्रीय सचिव(अखिल भारतीय चौरसिया महासभा)शम्भु प्रसाद चौरसिया तथा कांग्रेस नेता रामबाबू यादव के साथ साथ संघ के कार्यकारिणी सदस्यों उपाध्यक्ष हृदेश चौरसिया, सचिव राजेश्वर चौरसिया, सहसचिव सुरेंद्र चौरसिया, संगठन सचिव ई.निशांत प्रवीण चौरसिया, कोषाध्यक्ष संतोष चौरसिया, मिडिया प्रभारी विजय कुमार चौरसिया, शुकुल जी चौरसिया,अजय चौरसिया, बृजमोहन चौरसिया,ई.मुन्ना चौरसिया, अवधेश चौरसिया, छोटेलाल चौरसिया,गोरख चौरसिया,कृष्णमोहन चौरसिया द्वारा संयुक्त रूप से मातारानी के भक्तजनों को “प्रसाद” देकर किया। साथ मे इण्डो-नेपाल चौरसिया समाज के अध्यक्ष लक्ष्मण चौरसिया, वरिष्ठ समाजसेवी ध्रुव नारायण श्रीवास्तव, कांग्रेस नेता संजय कुमार पाण्डेय,भाजपा नेत्री पुर्णिमा भारती,भाजपा जिलाउपाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, राकेश कुशवाहा, विरेन्द्र कुशवाहा तथा लायन सदस्य पंकज वर्णवाल उपस्थित रहे।संस्था के अध्यक्ष शम्भू चौरसिया कहते हैं कि यह आयोजन सेवा के ध्येय से जुड़ा है।

इसी तरह, पूजन व अर्चना हेतु उमडे श्रद्धालुओं के सेवार्थ कोईरिया टोला स्थित आवास पर समाजसेवी आसमन यादव व कांग्रेस नेता रामबाबू यादव द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया।भंडारे मे शंभू चौरसिया,अनिल यादव बृजेश यादव आदि लोगों की सहभागिता रही।

वहीं,दर्जनों भण्डारा आयोजन की तरह इस बार एसआरपी हॉस्पिटल के डॉ0 सुजीत की तरफ से भी शहर के कोरिया टोला में भण्डारा आयोजित हुआ।इसमे विधायक डॉ0 अजय कुमार सिंह भी शरीक हुए।

उसी तरह ,कोइरिया टोला दुर्गापूजा समिति द्वारा रिपु राज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से भंडारा का आयोजन हुआ।पूजा कमिटी के संरक्षक ई जितेंद्र कुमार व अध्यक्ष अनीश कुशवाहा ने बताया कि नव रात्र के अवसर पर भव्य झांकी व जागरण के साथ इस भण्डारा का आयोजन हुआ।जिसमे हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस तरह देखें तो अब भंडारे में नामी गिरामी लोग व व्यवसायिक फर्म भी भण्डारे के आयोजन में कुद रहे हैं ।लेकिन,बावजूद इसके अनेको पूजा पंडाल भी भण्डारे का आयोजन करते हैं।तो,शहर में सैकड़ो की संख्या में ऐसे लोग व समूह भी हैं जो बिना पब्लिसिटी के वर्षों से भण्डारा कराते आ रहे हैं।मजे की बात है कि इन भंडारों में न जाती देखी जाती है न धर्म।न अमीर न गरीब।जो भी पहुचता है उसे श्रद्धा से पूरी सब्जी,भुजा चना,हलवा,खीर या अन्य जो भी पकवान होते हैं।उन्हें प्रसाद के रूप में बांटा जाता है खिलाया जाता है।सबसे अच्छी बात यह है कि आमजन मांग कर प्रसाद ग्रहण करते हैं।सैकड़ो भण्डारा संचालको के द्वारा बनाया गया प्रसाद कभी बचता भी नही।इस तरह से ‘भण्डारा’ के जरिये’ सेवा कार्य ‘ की संस्कृति दिनों दिन फल फूल रही है।शहर की एक अलग पहचान बनी है।पत्रकार गणेश शंकर कहते हैं कि ऐसी परम्परा बड़े महानगरों में थी।लेकिन,सीमाई शहर रक्सौल में यह परंपरा साझा संस्कृति की परिचायक है।बीरगंज में भी भंडारों के आयोजन की परंपरा रही है।जब नेपाल के लोग रक्सौल में दर्शन पूजन को पहुचते हैं तो भंडारा का प्रसाद जरूर ग्रहण करते हैं।

1 Comment

  • Er.Nishant Praveen Chaurasia Himanshu

    पवन पवित्र शारदीय नवरात्र के अवसर पर सीमाई शहर रक्सौल में मातारानी के भक्तों के बीच अनगिनत भंडारों के माध्यम से विशुद्ध महाप्रसादों का वितरण करना,रक्सौल की जनता एवं संबंधित संगठनों के सदस्यों के हृदयस्फुटित विशिष्ट सजल श्रद्धाभाव एवं प्रखर विवेक का परिचायक हैं।

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