Tuesday, September 24

रक्सौल में दो अल्ट्रासाउंड केंद्र सील,जिला प्रशासन के द्वारा गठित टीम के जांच व छापेमारी से मचा हड़कंप!

जांच करती टीम

रक्सौल।(vor desk)।सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध और नियम को ताक पर रख कर धड़ल्ले चल रहे अल्ट्रासाउंड संचालकों के यहां जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम के द्वारा छापेमारी व जांच से हड़कंप मच गया है।टीम ने शहर के दो अल्ट्रासाउंड में अनियमितता पाने के बाद सील कर दिया है।पहले दिन के इस अभियान के बाद कई अवैध अल्ट्रा साउंड संचालक भूमिगत हो गए हैं।यह अभियान पूरे अनुमंडल में चलाया जाना है।

पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के निर्देश पर शहर के दर्जनों अल्ट्रासाउंड क्लिनिक में एसडीओ रविकांत सिन्हा के नेतृत्व में छापेमारी हुई। एसडीएम रविकांत सिन्हा के साथ एसडीपियो धीरेंद्र कुमार,अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजीव रंजन, डॉ. अमित जायसवाल एवं अंचलाधिकारी विजय कुमार द्वारा शहर के कुल 12 केंद्रों पर जांच की गई। जांच के दौरान अधिकारियों ने अल्ट्रासाउंड के कागजात व वहां मौजूद डॉक्टर के कागजातों की जांच की गई।

इस संबंध में डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि रक्सौल में कुल 20 जगहों पर अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं, जिसमें कुल 12 जगहों पर छापेमारी की गई, दो अल्ट्रासाउंड केंद्र कौड़िहार चौक स्थित मनोकामना अल्ट्रासाउंड एवं पारस अल्ट्रासाउंड को किसी प्रकार के कागजात व डॉक्टर की उपलब्धता नही मिलने पर दोनों अल्ट्रासाउंड को तत्काल सील कर दिया गया है। वही उन्होंने बताया कि शहर के बिहार अल्ट्रासाउंड ,शिवम अल्ट्रासाउंड संचालन में नही पाया गया।वहीं, केबी अल्ट्रासाउंड बंद पाया गया।तो, न्यू रिलायंस की जांच में यह चालू नही पाया गया। बिहार व शिवम अल्ट्रासाउंड के संचालक डॉ अनुपम कुमार से बात हुई तो उन्होंने बताया कि हम लाइसेंस लिए थे परंतु शुरू नही किये है। वही चार अल्ट्रासाउंड की जांच के दौरान सभी कागजात लेकर अनुमंडल अस्पताल आने को निर्देशित किया गया।इसमें सत्यम अल्ट्रासाउंड (कौड़िहार चौक) समेत मुख्य पथ स्थित सरकारी अस्पताल के सामने संचालित सत्यम अल्ट्रासाउंड, न्यू जनता अल्ट्रासाउंड, केडी अल्ट्रासाउंड शामिल हैं।बताया गया कि इनमे निरीक्षण के दौरान साफ सफाई की कमी और सुविधा संसाधन को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया। वही शहर के मेन रोड स्थित के के रिलायंस अल्ट्रासाउंड और एम एल हॉस्पिटल के पास सब कुछ ठीक पाया गया।

गौरतलब है कि पीसीपीएनडीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्त्री रोग विशेषज्ञ,रेडियोलॉजिस्ट और पोस्ट ग्रेजुएट एमबीबीडी डॉक्टर अल्ट्रासाउंड कर सकते हैं। एक एमबीबीएस डॉक्टर अपने स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए अल्ट्रासोनोग्राफी के अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए अल्ट्रासाउंड प्रशिक्षण कर सकता है। वही इस छापेमारी से फर्जी संचालकों में हड़कंप व्याप्त है। जांच के दौरान कई संचालक अपना क्लिनिक बंद कर फरार हो गए थे। वही एसडीएम रविकांत सिन्हा ने बताया कि जांच जारी रहेगी अनुमंडल के रामगढ़वा, आदापुर ,छोड़ा दानों सहित अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जाएगी।

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