Monday, September 30

राजस्थान में शिक्षक के पिटाई से छात्र की मौत पर फूटा गुस्सा, अम्बेडकर ज्ञान मंच ने कैंडल जुलूस निकाल कर न्याय मांगा

रक्सौल।( vor desk )।शहर के अंबेडकर चौक स्थित संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कैंडल मार्च किया गया।यह कैंडल मार्च अम्बेडकर ज्ञान मंच के अध्यक्ष रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में किया गया।उक्त प्रतिरोध मार्च राजस्थान के जालौन के सुराणा के सरस्वती विद्या मंदिर के दकियानूसी सोंच के एचएम सह स्कूल संचालक छैल सिंह द्वारा एक अनुसूचित जाति के 7 वर्षीय छात्र इन्द्र मेघवाल की पिटाई से हुई मौत के विरोध में निकला।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंच के संस्थापक मुनेश राम ने कहा कि उक्त अनुसूचित जाति के छात्र की निर्मम पिटाई कर उसके कान के नस फाड़ दिए गए और उसका आंख फोड़ दिया कि उसने स्कूल में रखे उसके मटका(घड़ा)से पानी पी लिया था।आखिर हम किस दिशा में जा रहे है,जिस देश में भेदभाव और छुआछूत आज भी जारी है और मानव से मिट्टी का बर्तन अपवित्र हो जाता है।संयोजक राजेंद्र राम ने कहा कि देश में मनुवाद अगर हावी हुआ तो हम चुप नहीं बैठेंगे।संवैधानिक राज्य स्थापना के लिए हम हर कुर्बानी देने को तैयार है किंतु देश को जातीय उन्माद का शिकार नही होने देंगे।जरूरत पड़ी तो अंबेडकर ज्ञान मंच देशव्यापी आंदोलन करने तथा दिल्ली के जंतर – मंतर पर धरना व प्रदर्शन करने को बाध्य होगा।वही,पूर्व अध्यक्ष मथुरा राम ने कहा कि एक जानवर हाथी के बच्चे की हत्या पर पूरे देश में संवेदनाओं की बाढ़ आ गई थी तथा लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था लेकिन हमारे बहुजन समाज के एक होनहार छात्र को मनुवादी मानसिकता के जातीय आतंकी शिक्षक की पिटाई से उसकी मौत हो जाती है।बावजूद,कुंठित मानसिकता के लोग उसके बचाव के लिए मीडिया ट्रायल शुरू कर दिए है।वहीं,मंच के वरीय सदस्य चंद्रकिशोर पाल ने कहा कि पूरा देश और सरकारें आजादी के अमृत महोत्सव मना रही है।बावजूद,स्वाधीनता दिवस के दो दिन पूर्व ही विद्यालय में रखे हेडमास्टर के मटके(घड़ा) से एक अनुसूचित जाति के सात वर्षीय छात्र को पानी पीना काफी जानलेवा साबित हुआ,जिसकी कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।बावजूद,आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।बाद में जब मामला तूल पकड़ा, उसके बाद एफआईआर दर्ज किया गया। इधर,अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने इस घटना को लेकर अम्बेडकर ज्ञान मंच रक्सौल के तत्वावधान में प्रतिरोध स्वरूप मंगलवार की शाम एक कैंडल मार्च निकाला है,जिसमें मंच के सैकड़ों लोगों ने शहर के अम्बेडकर चौक स्थित संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण में हिस्सा लिया तथा उसके बाद सदस्यों ने कैंडल लेकर सात वर्षीय दलित छात्र इन्द्र मेघवाल द्वारा जातीय आतंकी शिक्षक छैल सिंह की निर्मम पिटाई से हुई मौत की तीखी भर्त्सना करते हुए उसके परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा और उसके योग्यतानुसार सरकारी नौकरी,हत्यारे को फांसी दिलाने की मांग करते हुए समाज में व्याप्त जातीय व संस्थागत भेदभाव,जातीय उन्माद,छुआछूत,सामाजिक विषमता,पाखंडवाद के खात्मे को अनिवार्य करार दिया। यह कैंडल मार्च प्रधान पथ,पोस्ट ऑफिस चौक, स्टेशन रोड,बैंक रोड,पटेल पथ,रक्सौल मौजे,ब्लॉक रोड,कौड़िहार चौक, अम्बेडकर बस पड़ाव होते हुए पुनः बाबा साहेब की प्रतिमा के समीप पहुंच मृतक छात्र के शोक में दो मिनट मौन रख उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए समाप्त किया गया।इस कार्यक्रम को मंच के संस्थापक मुनेश राम,पूर्व अध्यक्ष मथुरा राम,संरक्षक राजेंद्र राम, भाग्य नारायण साह,चंदकिशोर पाल,श्रेयांश कुमार उर्फ बिट्टू गुप्ता,शिक्षक मुकेश कुमार,संजीव कुमार,शर्मा जी,ध्रुव नारायण राम,जगन राम,दिनेश राम,कमोद राम,रामपूजन राम,रामबंधु राम,धनंजय मेहरा और स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह सहित मंच के सैकड़ों सदस्यों ने कैंडल मार्च को सफल बनाने में महती भूमिका निभाई।

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