-कार्य दल को 10 दिनों में सौंपनी है रिपोर्ट,एक माह में शुरू होगा कार्य-
– बैठक में सीएम लाल बाबू राउत व मेयर राजेश मान सिंह ने भी दिया सहयोग का आश्वासन
रक्सौल।(vor desk )।वीरगंज में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए प्राकृतिक चिडीयाखाना बनेगा।यह ललितपुर के बाद नेपाल का सबसे बड़ा चिड़ियाखाना होगा।इसकी तैयारी शुरू हो गई है।इसके लिये वन तथा वातावरण मन्त्री प्रदीप यादव के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित हुई,जिसमे मधेश प्रदेश के सीएम लालबाबू राउत व वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह समेत अन्य जन प्रतिनिधि व अधिकारी शामिल थे।
सीएम राउत ने इसके लिए भूमि व बजट समेत हर सम्भव सहयोग का संकल्प जताया।वहीं,वन मंत्री श्री यादव के निर्देश पर वीरगंज में चिड़िया खाना स्थापना के लिए सम्भाव्यता अध्ययन हेतु वन मन्त्रालय द्वारा मंगलवार को 8 सदस्यीय कार्य दल गठित किया गया है।वन मंत्रालय के उच्चाधिकारियों ने बताया की उक्त कार्यदल वीरगंज महानगरपालिका के वार्ड नम्बर 31 सोलखपुर व वार्ड नम्बर ३२ रामवन में चिडियाखाना स्थापना के लिए सम्भाव्यता अध्ययन कर दस दिनों में विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी।
कार्यदल द्वारा प्रतिवेदन पेश करने के साथ ही एक महिना भित्र चिडियाखाना स्थापना के लिए कार्य शुरू हो जाएगा।मन्त्री श्री यादव के उप–स्वकीय सचिव निखिल बर्णवाल ने बताया कि यह कार्यदल राष्ट्रिय निकुञ्ज तथा वन्यजन्तु संरक्षण विभाग के उपमहानिर्देशक अजय कार्की के संयोजकत्व में गठित हुआ है।बता दे कि नव नियुक्त केंद्रीय वन तथा पर्यावरण मंत्री श्री यादव पर्सा जिला के क्षेत्र 1 के सासंद हैं।उनका कहना है कि पर्सा जिला को पर्यटन के दृष्टिकोण से बिकास हेतु चिड़िया खाना बनेगा।क्योंकि,वीरगंज के रास्ते लाखों की संख्या में भारतीय पर्यटक नेपाल आते हैं।ऐसे में यहां काफी संभावनाएं हैं।