Tuesday, October 1

एएसएफ नियंत्रण हेतु रक्सौल में नेशनल एक्शन प्लान के तहत सुअरों की कलिंग शुरू, पहले दिन मारे गए 17 सुअर!

रक्सौल।( vor desk )।अफ्रीकी स्वाइन फीवर ( एएसएफ ) की पुष्टि के बाद रक्सौल नगर परिषद क्षेत्र में रविवार को सुअरों की कलिंग का कार्य शुरू हो गया।पहले दिन 17 सुअरों को मारा गया।जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है।उन्होंने बताया कि इन्फेक्टेड एरिया से सभी सुअरों के मारे जाने तक लगातार ऑपरेशन जारी रहेगा।

बता दे कि नेशनल एक्शन प्लान के तहत जिलाधिकारी शीर्षत्त कपिल अशोक के आदेश पर सुअरों को मारने का काम शुरू किया गया है।ताकि स्वाइन फीवर का फैलाव रुक सके और समाज सुरक्षित रह सके।

बताया गया कि कलिंग का कार्य नगर परिषद के प्रशासक सह एलआरडीसी रामदुलार राम के नेतृत्व में राज्य पशुपालन विभाग के चिकित्सकों व गठित टीम के अधिकारियों के द्वारा जारी है।
गौरतलब है कि पहले चरण के तहत नगर के सभी सुअर पालकों को चिह्नित कर सर्वे का काम किया गया।जिसमे शनिवार तक नगर में कुल 44 सुअर होने की रिपोर्ट आई थी। तत्पश्चात सुअरों को मारकर उन्हे डांपिंग स्थल पर दफनाया जा रहा है।

पशु चिकित्सको के दल द्वारा सुअरों को इंजेक्ट कर जान से मारने के बाद टीम द्वारा उसका वजन कराया जा रहा है, ताकि सुअर पालकों को आर्थिक क्षति न हो और उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित उचित मुआवजा मिल सके।
सूत्रों ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट में दिए गए विवरण के अनुसार सुअर बाड़े में सुअरों की संख्या नगण्य होने से टीम को मशक्कत करनी पड़ी।कार्यपालक दण्डादाधिकारी सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार से नगर में सुअरो के खोज का अभियान चलाया जाएगा,ताकि,ऑपरेशन सफल हो।उन्होंने कहा कि सुअरों को छुपाने इधर उधर ले जाने व ऑपरेशन में असहयोग पर कारवाई होगी।
इधर,नोनेयाडीह स्थित नगर परिषद के कचरा डम्पिंग सेंटर में बने निस्तारण स्थल पर मारे गए सुअरो का निस्तारण किया गया।नप के ईओ मनीष कुमार , सफाई निरीक्षक राम नरेश कुशवाहा समेत अन्य नप कर्मी ऑपरेशन में सक्रिय रहे।

बता दे कि जून के पहले पखवाड़े में सुअरो के मौत के मामले सामने आए थे।जिसके बाद भोपाल स्थित लैब से स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई।जिससे हड़कम्प मच गया।अब तक रक्सौल में सैकड़ो सुअरों की मौत हो चुकी है।

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