Thursday, October 3

8 साल बाद भारत -नेपाल के बीच दौड़ी’ दोस्ती की रेल’,पीएम मोदी व देउबा ने किया सँयुक्त रूप से उद्घाटन!

नई दिल्ली/जनकपुर।( vor desk )।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा ने शनिवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाकर जयनगर-जनकपुर- कुर्था रेलखंड पर रेल यात्री सेवा की शुरूआत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कहा कि दोनों देशों के बीच क्रॉस बॉर्डर कनेक्टिविटी इनीशिएटिव्स के तहत जयनगर-कुर्था रेल लाइन की शुरुआत हुई है। दोनों देशों के लोगों के बीच सुगम, बाधारहित आदान-प्रदान हो ये दोनों सरकारों की कोशिश रहेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-‘ भारत और नेपाल की दोस्ती, हमारे लोगों के आपसी सम्बन्ध, ऐसी मिसाल विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलती।हमारी सभ्यता, हमारी संस्कृति, हमारे आदान-प्रदान के धागे, प्राचीन काल से जुड़े हुए हैं। अनादिकाल से हम एक-दूसरे के सुख-दुःख के साथी रहे हैं’

गौरतलब है कि आज से करीब 85 साल पहले ब्रटिश काल मे इस रूट पर साल 1937 में भारत के जयनगर और नेपाल के बीजूलपुरा के बीच ट्रेनें चला करती थीं। साल 2001 में नेपाल में आई बाढ में रेल पुलों के नष्ट होने के बाद जनकपुर से आगे ट्रेन सेवा बंद करनी पड़ी थी, जबकि जनकपुर से जयनगर तक मार्च, 2014 तक ट्रेनों का परिचालन जारी रहा। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं नेपाल सरकार के आपसी समझौते के तहत जयनगर-बीजूलपुरा-बर्दीबास के बीच नई बड़ी रेल लाईन स्थापित करने का काम शुरू हुआ।

बता दें कि जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास रेल रूट की लंबाई 52 किलोमीटर होगी। इसमें करीब 127 छोटे पुल, 15 बड़े रेलपुल, 8 स्टेशन के साथ ही 6 हॉल्ट तथा 47 रोड क्रॉसिंग स्थित है। जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास रेल परियोजना बिहार के मधुबनी जिला एवं नेपाल के धनुषा महोतरी और सिरहा जैसे सघन आबादी वाले जिले से गुजरती है। इस रेलखंड पर भारत के जयनगर एवं नेपाल के इनरवा स्टेशनों पर कस्टम चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।

फिलहाल,जयनगर से कुर्था तक कुल 35 किलो मीटर रेंज में ट्रेन संचालित होगी।कुर्था से बिजुलपुरा तक 17 किलो मीटर रेल लाइन निर्माण अंतिम चरण में है।निर्माण पूर्ण होने पर 52 किलोमीटर रेंज में ट्रेन परिचालन का विस्तार होगा।फिलहाल,दिन में दो बार ट्रेन का परिचालन होंना है।

भारत के जयनगर और नेपाल के कुर्था के बीच डेमू सेवा के परिचालन प्रारंभ हो जाने के दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही दोनों देशों के बीच पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

अधिकारियो के मुताबिक, भारत ने पुराने रेलवे ट्रैक के पुनर्निर्माण के लिए करीब 10 अरब रुपये खर्च किए हैं और नेपाल सरकार ने करीब 1 अरब रुपये में दो ट्रेन सेट खरीदे हैं।जिंसमे 12 सौ से 1300 यात्री एक बार मे रेल यात्रा कर सकेंगे।इसके लिए कोंकण रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केआरसीएल) ने इस मार्ग पर 1600 एचपी डेमू यात्री रेक के दो सेट और दो संचालित रेल सेवाओं की आपूर्ति की है। इन 2 डेमू रेक में नॉन-एसी कोचों के अलावा प्रत्येक में 2 एसी कोच हैं। ये 2 रेक पिछले साल सितंबर में नेपाल को सौंपे गए थे।

-यह नेपाल में पहली ब्रॉड गेज यात्री रेल सेवा होगी। इससे पहले 2014 तक नेपाल द्वारा संचालित जयनगर और जनकपुर के बीच एक नैरो गेज सेवा चलती थी। भारतीय रेलवे नेपाल रेलवे कंपनी के साथ जानकारी और संचालन और रखरखाव प्रक्रियाओं को साझा करने के साथ-साथ नेपाल के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करके बीजी सेवा चलाने में नेपाल को पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहा है।

खास बात यह है कि इस ट्रेन में केवल भारत और नेपाल के नागरिक ही सफर कर सकेंगे।यात्रियों को अपना पहचान पत्र साथ रखना होगा।गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कल शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे हैं और आज उन्होंने पीएम मोदी के साथ इस परियोजना का उद्घाटन किया उद्घाटन से पहले उन्होंने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता की।

भारत और नेपाल के बीच 8 साल बाद रेल सेवा एक बार फिर से शुरू होने से सीमा क्षेत्र में हर्ष है। 3 अप्रैल से निरन्तर रूप में आम यात्री भी यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे। भारत और नेपाल के बीच रेल सेवा कुल 34.9 किलोमीटर लम्बी होगी।

यात्रा में होंगे कुल 9 स्टॉप: जयनगर से कुर्था की यात्रा के बीच कुल 9 स्टॉप पड़ेंगे। बिहार के जयनगर से ट्रेन चलने के बाद इनरवा रुकेगी और फिर अगला स्टेशन खजुरी पड़ेगा। खजुरी से महिनाथपुर, महिनाथपुर से वैदही, वैदही से परवाहा, परवाहा से जनकपुर और जनकपुर से कुर्था के रूट पर ट्रेन का संचालन होगा।

कितना होगा किराया: बिहार के जयनगर से कुर्था तक के लिए सामान्य श्रेणी में 56.25 रुपये किराया होगा जबकि 281.25 रुपये एसी कोच का किराया होगा। सामान्य श्रेणी में जयनगर से इनरवा के लिए 12.50 रुपये, खजुरी के लिए 15.60 रुपये, महिनाथपुर के लिए 21.87 रुपये, वैदही के लिए 28.12 रुपये, परवाहा के लिए 34.37 रुपये, जनकपुर के लिए 43.75 रुपये और कुर्था के लिए 56.25 रुपये किराया होगा। वहीं एसी श्रेणी में जयनगर से इनरवा के लिए 62.50 रुपये, खजुरी के लिए 78.12 रुपये, महिनाथपुर के लिए 109.37 रुपये, वैदही के लिए 140.60 रुपये, परवाहा के लिए 171.8 रुपये, जनकपुर के लिए 218.75 रुपये और कुर्था के लिए 281.25 रुपये किराये के रूप में चुकाने होंगे।

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